लघु उद्योगों पर ही देश का विकास निर्भर : केन्द्रीय मंत्री श्री मिश्र
वैश्विक प्रतिस्पर्धा के अनुरूप तैयार होंगे उत्पाद
केन्द्रीय सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री श्री कलराज मिश्र ने कहा है कि लघु उद्योगों पर ही देश का विकास निर्भर है। विकसित देश इसका प्रत्यक्ष प्रमाण है। केन्द्र सरकार इस दिशा में लगातार प्रयासरत है कि देश के सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योगों में बनने वाले उत्पाद गुणवत्ता के मामले में वैश्विक प्रतिस्पर्धा का सामना कर सकें। इसके लिये केन्द्र सरकार शोध-अनुसंधान के साथ-साथ उत्पादों के तकनीकी उन्नयन, मानकीकरण के लिये आवश्यक सुविधाओं का विस्तार कर रही है। इसके साथ ही उत्पादों के परीक्षण के लिये प्रयोगशाला विस्तार का भी कार्य जारी है।
श्री मिश्र आज भोपाल के पंचानन भवन स्थित लघु उद्योग निगम कार्यालय में प्रदेश के उद्योग संगठनों के प्रतिनिधियों से चर्चा कर रहे थे। इस अवसर पर राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री संजय सत्येन्द्र पाठक, मध्यप्रदेश लघु उद्योग निगम के अध्यक्ष श्री बाबूसिंह रघुवंशी, प्रमुख सचिव एम.एस.एम.ई. श्री व्ही.एल. कांताराव, राज्य तथा जिला स्तरीय उद्योग संगठनों के प्रतिनिधि उपस्थित थे।
केन्द्रीय मंत्री श्री कलराज मिश्र ने कहा कि मध्यप्रदेश में सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम विभाग की स्थापना राज्य शासन की इस ओर गंभीरता को दर्शाता है। उन्होंने विभाग स्थापना पर उद्यमियों को बधाई देते हुए कहा कि इससे प्रदेश में रोजगार सृजन के अधिक अवसर निर्मित होंगे। श्री मिश्र ने कहा कि प्रदेश में कॉमन फेसेलिटी सेन्टर विकसित करने और वेण्डर डेव्हलेपमेंट कार्यक्रम के अंतर्गत कार्यशाला आयोजित करने की प्रक्रिया को गति दी जायेगी।
राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री पाठक ने कहा कि प्रदेश के उद्यमियों और उद्योग संघों से संवाद की प्रक्रिया से प्रदेश में औद्योगिक वातावरण के निर्माण को गति मिलेगी। श्री पाठक ने केन्द्रीय मंत्री श्री कलराज मिश्र से प्रदेश को अधिक से अधिक सहयोग देने का अनुरोध किया। कार्यक्रम में आये उद्यमीगण ने मंत्री द्वय से उद्योग स्थापना और संचालन में मैदानी स्तर पर आ रही समस्याओं पर चर्चा की तथा प्रदेश में उद्योग विस्तार और उन्नयन के लिये आवश्यक सुझाव भी दिये। उद्यमियों की ओर से कोल्ड स्टोरेज और होटल इकाई को भी सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम में शामिल करने की माँग रखी गई।