मुनि रमेश कुमार के सान्निध्य में पर्युषण पर्व 30 अगस्त से
उज्जैन। श्वेतांबर परम्परा में पर्युषण व संवत्सरी महापर्व की अलग अलग मान्यतायें व परम्परायें है। तेरापंथ धर्म संघ में आगम के आधार से पर्युषण व संवत्सरी मनाता है। कल्पसूत्र, समवायांग सूत्र, दशाश्रुत-स्कंध, आचारांग सूत्र और ठाणं सूत्र आदि अनेक आगमों में पर्युषण कब कैसे मनाये स्पष्ट उल्लेख प्राप्त होता है। भगवान महावीर ने चातुर्मास के पचास दिन बीत जाने व सत्तर दिन रात शेष रहने पर पर्युषण मनाया। जैसे भगवान ने पर्युषण मनाया वैसे ही गणधर, स्थविर , प्राचीन आचार्यों ने पर्युषण की आराधना की। पर्व तिथी को संवत्सरी मनाई जाती है। पंचमी पर्व तिथी है। साथ में दिगंबर व श्वेतांबर परम्परा के मिलन का दिन भी अर्थात् श्वेतांबर परंपरा का अंतिम दिन पंचमी (संवत्सरी) और दिगम्बर परम्परा का पहला दिन।
मुनि रमेश कुमार ने बताया कि सुप्रसिद्ध कालकाचार्य ने एक विशेष परिस्थिति के कारण चतुर्थी को संवत्सरी मनाई। इसके अतिरिक्त संभवत ओर कोई विशेष कारण उपलब्ध नही है । वर्तमान में पूरा जैन समाज पर्युषण पर्व को बहुत ही उत्साह व श्रद्धा से मनाते हैं।
श्री जैन श्वेतांबर तेरापंथ सभा, तेरापंथ महिला मंडल, तेरापंथ युवक परिषद के द्वारा पर्युषण पर्व पर अनेक आकर्षक प्रोग्राम आयोजित होगे। तेरापंथ युवक परिषद के अध्यक्ष संदीप मेहता ने बताया कि पर्युषण पर्व पर अखिल भारतीय तेरापंथ युवक परिषद द्वारा 1 सितंबर को प्रातः 9 से 12 बजे तक पूरे देश में एक लाख अभिनव सामायिक का विराट आयोजन किया जायेगा। उज्जैन में भी वृहद् स्तर पर अधिक से अधिक सामायिक करने की तैयारी चल रही है। इसके अलावा रात्रि में आचार्य डालगणी भवन में प्रतिदिन विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन तेरापंथ युवक परिषद द्वारा होगा। तेरापंथ सभा के अध्यक्ष संजय मेहता ने बताया कि मुनि रमेश कुमार के सान्निध्य में पूरा समाज पर्युषण पर्व की आराधना करेगा। 30 अगस्त को खाद्य संयम दिवस, संगीत प्रतियोगिता, 31 अगस्त स्वाध्याय दिवस- भाषण प्रतियोगिता (कैसे करें पर्युषण की आराधना), 1 सितम्बर सामायिक दिवस- जैन हाऊजी, 12 सितंबर वाणी संयम दिवस- पचीस बोल प्रतियोगिता, 13- सितंबर- अणुव्रत चेतना दिवस- एक मिनट प्रतियोगिता, 14 सितंबर जप दिवस- तेरापंथ प्रिमियर लीग, 15 सितंबर ध्यान दिवस- कौन बनेगा प्रज्ञावान, 16 सितंबर संवत्सरी महापर्व -संवत्सरी प्रतिक्रमण, 17 सितंबर क्षमापना दिवस का आयोजन होगा। इस अवसर पर नमस्कार महामंत्र का अंखड जाप चलेगा। प्रातः 9 बजे से प्रवचन होगा। शाम को 6.40 पर सामूहिक प्रतिक्रमण, अर्हत् वंदना फिर प्रतियोगिताओं का आयोजन होगा। केन्द्र से निर्धारित विषयों के अतिरिक्त विशेष प्रवचन भी होगें।
अणुव्रत अभियान पर चर्चा
मुनिश्री रमेश कुमार, मुनि हेमराज एवं समण सिद्धप्रज्ञ के दर्शन करने के लिए पंच मंडल-अणुव्रत महासमिति के दिलीप राजपाल, पूर्व जज विवेक मारकन, अनुसूचित जाति के अध्यक्ष शांतिलाल सैनी, राहुल निहोरे, समाजसेवी सचिन कासलीवाल और अरुण गंगवार आये। मुनि रमेश कुमार एवं समण सिद्धप्रज्ञ ने अणुव्रत व प्रेक्षा ध्यान के बारे में बताया। दिलीप राजपाल ने गोवाहाटी में अणुव्रत महासमिति के अधिवेशन की जानकारी दी। यहां पर भी अणुव्रत समिति के लिए निवेदन किया। अरुण गंगवार ने राष्ट्रीय सांप्रदायिक सद्भावना एकता मंच द्वारा चलाये जा रहे व्यसन मुक्ति अभियान की जानकारी दी। इस अवसर पर कमल पीपाङा भी उपस्थित थे। सभी को योग साहित्य भेंट किया गया।