रायसेन में पर्यटन को बढ़ावा देने ‘‘धरोहर यात्रा’’
रायसेन जिले में पर्यटन को बढ़ावा देने और पुरासम्पदा के प्रचार-प्रसार के लिए धरोहर यात्रा प्रारंभ की जा रही है। धरोहर यात्रा का प्रथम संस्करण भोपाल-विदिशा मार्ग पर ग्राम मुक्तापुर स्थित सतधारा से 24 अगस्त से प्रारंभ किया जाएगा।
धरोहर यात्रा के दौरान गंतव्य स्थल के पहुंच मार्ग, परिसर विकास एवं बाहर से आने वाले पर्यटकों को सुविधाएं उपलब्ध कराने की कार्ययोजना भी निर्मित की जाएगी । यात्रा के दौरान गंतव्य स्थल के उच्च गुणवत्ता के फोटोग्राफ भी लिए जाएंगे जिनका उपयोग गंतव्य स्थल संबंधी ब्रोशर एवं जिले की काफी टेबिल बुक निर्मित करने के लिए किया जाएगा। यात्रा के द्वितीय चरण में यह ब्रोशर भोपाल एवं आसपास के जिलों में स्थित इंजीनियरिंग, मेडिकल, पॉलीटेक्निक तथा अन्य महाविद्यालयों को भी प्रेषित किए जाएंगे ताकि इनमें अध्ययनरत छात्र-छात्राओं का ऐतिहासिक तथा सांस्कृतिक महत्व के स्थलों की जानकारी प्राप्त हो सके।
उल्लेखनीय है कि इतिहास एवं पुरातत्व के वैभव से रायसेन प्रागैतिहासिक काल से ही मानव की क्रीड़ा स्थली रहा है। जिले में भीमबैठका सहित सैकड़ों शैलाश्रय एवं शैलचित्र समूह, सांची सहित 6 अन्य बौद्ध स्तूप समूह, भोजपुर सहित अनेक प्राचीन मंदिर एवं शैव, बौद्ध, जैन तथा शाक्त धर्म से संबंधित मंदिर एवं मूर्तियां, नर्मदा तट से प्राप्त जीवाश्म, क्षेत्र में पुरात्तवीय उत्खनन तथा प्राप्त अभिलेखों का अनेक ग्रंथों में विशेष उल्लेख है।
रवि