इस मंदिर में पुजारी भी आँख-मुँह पर पट्टी बांध करते है पूजा, जानें क्यों
देहरादून। भारत में कई करोड़ों की संख्या में जनता धार्मिक है। सुबह उठकर लोग ईश्वर की पूजा-पाठ करते हैं। ऐसे में देश में मंदिरों की संख्या भी काफी अधिक है और लगातार बढ़ती जा रही है। इनमें से कई मंदिर रहस्यमयी व चमत्कारिक हैं।
उत्तराखंड के चमोली जिले में देवाल ब्लॉक में एक ऐसा चमत्कारिक मंदिर स्थित है, जहां भक्तों को जाना मना है। भक्त फिर चाहे पुरुष या महिला दोनों में से कोई क्यों न हो, किसी को प्रवेश नहीं मिलता है। पूजा करने के लिए श्रद्धालुओं को मंदिर परिसर से लगभग 75 फीट दूर रहकर पूजा करनी पड़ती है।
हालांकि, मंदिर में पूजा-पाठ करने के लिए पुजारी जरूर हैं, लेकिन वे भी अपनी आखों व मुंह पर पट्टी बांधकर पूजा करते हैं। मंदिर के आस-पास रहने वाले लोगों का कहना है कि मंदिर में नागराज रहते हें और उनके पास अद्भुत मणि भी है।
इसी वजह से माना जाता है कि यह भक्तों को नहीं देखना चाहिए, इसलिए उन्हें प्रवेश नहीं दिया जाता है। इसके अलावा एक मान्यता यह भी है कि मणि की तेज रौशनी भक्तों को आंख से अंधा बना देती है।
बता दें कि इस मंदिर के कपाट सालभर में सिर्फ एक बार ही खुलते हैं। वैशाख माह की पूर्णिमा को खुलने वाले इस मंदिर के कपाट को पुजारी आंख-मुंह पर पट्टी बांधकर कपाट खोलते हैं।