पन्ना में बाँध टूटने के बाद प्रदेश के सभी जिलों में अभियंताओं द्वारा बाँधों का निरीक्षण
पन्ना जिले के दो ग्राम बिलखुरा और सिरस्वाहा के चार मजरों-टोलों की पूरी आबादी अपने घरों में लौट आई है। इन्हें सुरक्षित स्थान पर शिविर में दो दिन के लिए जाना पड़ा था। सभी परिवारों को पन्ना जिला प्रशासन ने भोजन, उपचार और दूसरी उपयोगी सामग्री उपलब्ध करवाई। कुल 9 अस्थाई शिविर लगाए गए थे। जल संसाधन विभाग के दोषी अभियंताओं के विरूद्व सख्त कार्रवाई के बाद अभियंता सतत रूप से बाँध सुरक्षा और क्षेत्रों की निगरानी कर रहे हैं।
जल संसाधन विभाग के अभियंता निरंतर बाँध निरीक्षण के लिए भ्रमण कर रहे हैं। जल संसाधन मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा के निर्देशों के अनुरूप प्रदेश के सभी जिलों में विभाग के अभियंता अपने कार्य क्षेत्र के दौरे कर रहे हैं। बिलखुरा और सिरस्वाहा के बाँध क्षतिग्रस्त होने से कुछ समय के लिए ग्रामवासियों को शिविर में अवश्य जाना पड़ा लेकिन कोई जनहानि नहीं हुई। पन्ना जिले में कलेक्टर और जल संसाधन विभाग के अभियंता संयुक्त भ्रमण भी कर रहे हैं। इस क्रम में मिढ़ासेन डायवर्सन डेम और नचनोरा बाँध का भी निरीक्षण किया गया। निरीक्षण दल ने अति वर्षा की स्थिति में सुरक्षा के लिए किये जाने वाले जरूरी उपायों पर भी चर्चा की। पहाड़ीखेरा डेम के नजदीक रहने वाले ग्रामवासियों की भी जीवन रक्षा सुनिश्चित की गई।