पशुपालन मंत्री श्री आर्य ने किया कुक्कुट-पालन प्रक्षेत्र भोपाल का आकस्मिक निरीक्षण
दुनिया का दुर्लभ गुलाब कलगी कड़कनाथ भी है यहाँ
पशुपालन एवं मत्स्य-पालन मंत्री श्री अंतर सिंह आर्य ने हथाईखेड़ा के कोकता स्थित शासकीय कुक्कुट-पालन प्रक्षेत्र का आकस्मिक निरीक्षण किया। श्री आर्य ने कड़कनाथ मुर्गे की विभिन्न प्रजाति, हाइब्रीड मुर्गे, जापानी बटेर, हैचरी, ब्रूडर हाउस, वेक्सीनेशन आदि का निरीक्षण किया। इस प्रक्षेत्र का दौरा करने वाले श्री आर्य पहले मंत्री हैं।
कड़कनाथ की विभिन्न प्रजाति हैं यहाँ
मंत्री श्री आर्य ने दुनिया में एकमात्र मध्यप्रदेश में पाये जाने वाले दुर्लभ प्रजाति के गुलाब कलगी कड़कनाथ की भी जानकारी ली। मंत्री ने कड़कनाथ की गोल्डन लाइन, सिल्वर लाइन और जेड ब्लेक और हाईब्रीड प्रजातियों को देखा। श्री आर्य ने 13 हजार 500 अंडे की क्षमता वाली हेचरी का भी मुआयना किया। श्री आर्य ने जोधपुर और चण्डीगढ़ से आये चूजे और जापान से आये बटेर और अंडों का निरीक्षण किया। श्री आर्य ने बटेर को ठण्डा वातावरण उपलब्ध करवाने के लिये की गयी व्यवस्था का भी अवलोकन किया। प्रक्षेत्र से शासकीय योजनाओं के लिये सभी जिलों को मुर्गे और चूजों की सप्लाई की जाती है। मूल रूप से झाबुआ के कड़कनाथ को वहाँ कमी होने पर सप्लाई किया जा चुका है।
ऊँची होगी दीवाल
श्री आर्य ने वर्षा के दौरान मुर्गे-मुर्गियों को स्थानांतरित करने के लिये बनाये गये नव-निर्मित ब्रूडर हाउस का भी निरीक्षण किया। श्री आर्य ने प्रक्षेत्र की बाउण्ड्री-वॉल ऊँची करने के निर्देश दिये, ताकि अधिक वर्षा की स्थिति में होने वाले जल-भराव को रोका जा सके। श्री आर्य ने मक्का पीस कर विभिन्न पौष्टिक तत्वों को मिलाकर बनाये गये चारे की भी जानकारी ली।
श्री आर्य ने प्रक्षेत्र से लगी हुई विभाग की 70 एकड़ जमीन का भी निरीक्षण किया। इस जमीन पर पशुओं के लिये चारा तैयार किया जाता है। निरीक्षण के दौरान उप संचालक द्वय डॉ. डी.के. राय और डॉ. अभिजीत शुक्ला ने सम्पूर्ण व्यवस्था और प्रक्रियाओं की जानकारी दी।