अब कोई सहकारी संस्था एल.डी.बी. न बने
एक साल में बैंकों को फायदे में लायें
सहकारिता नवाचार विंग स्थापित होगा
सहकारिता राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री विश्वास सारंग समीक्षा बैठक में
सहकारिता, गैस राहत, पुनर्वास (स्वतंत्र प्रभार) एवं पंचायत ग्रामीण विकास राज्य मंत्री श्री विश्वास सारंग ने कहा है कि अब कोई भी बैंक एल.डी.बी. (भूमि विकास बैंक) न बने। एक साल के अंदर सभी सहकारी संस्थाएँ, विशेषकर बैंक फायदे में आये। उन्होंने एक हफ्ते में सहकारिता विभाग नवाचार विंग स्थापित करने को कहा। श्री सारंग बुधवार को कार्यभार सम्हालने के बाद देर रात तक विभागीय योजनाओं की समीक्षा कर रहे थे।
प्रमुख बिन्दु
एल.डी.बी. जैसी सहकारी संस्थाएँ बंद न हों।
एक साल में बैंकों को लाभ में लायें।
एक सप्ताह में नवाचार विंग स्थापित हो।
फाइल ट्रेकिंग सिस्टम बने।
सहकार परिसर पॉयलट तौर पर शुरू करें।
लेबर फेडरेशन बनाया जायेगा।
सहकारिता राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री सारंग ने कहा कि सहकारी संस्थाओं को लाभ में लाने की कार्य-योजना तैयार करें। विशेषकर बैंक पर ध्यान दें, ताकि वे बंद न हों। उन्होंने कहा कि सहकारिता आंदोलन की सबसे बड़ी ताकत ये संस्थाएँ हैं। इनसे बड़ी संख्या में किसान और गरीब जुड़े हैं। श्री सारंग ने कहा कि आज का दौर नवाचार का है, इसलिये विभाग को इस ओर ध्यान देना है। उन्होंने सहकारी क्षेत्र में लेबर फेडरेशन बनाने को भी कहा। उन्होंने कहा कि निर्माण कार्यों से जुड़ श्रमिकों को इस फेडरेशन के जरिये नियमित रोजगार की सुरक्षा दे पायेंगे। उन्होंने कहा कि बाद में सरकारी स्तर पर होने वाले निर्माण कार्यों से भी इस फेडरेशन को जोड़ा जायेगा।
सहकारिता मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री की मंशा है कि कार्य में गति होना चाहिये। इसलिये विभाग में 15 जुलाई तक फाइल ट्रेकिंग सिस्टम लागू हो। शुरू से अंत तक फाइल का मूवमेंट हर स्तर पर दर्ज होना चाहिये। जिसके भी पास फाइल जाये, एसएमएस के जरिये उसे सूचना भी दी जाये। उन्होंने प्रमुख सचिव सहकारिता से केलेण्डर भी तैयार करने को कहा, जिसमें हर कार्य की समय-सीमा सुनिश्चित करने को कहा।
श्री सारंग ने कहा कि सहकार परिसर की अवधारणा पायलट तौर पर शुरू की जाये, फिर इसका विस्तार हर संभाग और उसके बाद जिले में किया जाये। यह परिसर पर्यटन, स्वास्थ्य, पर्यावरण के साथ रोजगार का केन्द्र बनाये जायेंगे। उन्होंने जल्द ही शहर एवं गाँव के लिये सहकारिता एक्ट के अधीन अलग-अलग बायलॉज भी बनाने को कहा। इससे व्यवहारिक और स्थानीय परिस्थितियों के अनुसार सहकारिता के क्षेत्र में काम कर सकेंगे।
सहकारिता मंत्री ने कहा कि सहकारिता आंदोलन का आशय है आर्थिक, सामाजिक क्षेत्र में सकारात्मक परिवर्तन। इस दिशा में विभाग को एकजुट होकर टीम भावना के साथ कार्य करना है।
विधानसभा संबंधी तैयारियों की समीक्षा
छुट्टी के दिन अधिकारियों के साथ बैठक
सहकारिता राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री सारंग ने छुट्टी के दिन भी अधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक में अधिकारियों के विधानसभा में आने वाले प्रश्नों आदि मुद्दों पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि विधानसभा में विधायकों द्वारा पूछे गये प्रश्नों का जवाब पूरी तैयारी के साथ दिये जायें।
बैठक में प्रमुख सचिव सहकारिता श्री अजीत केसरी, आयुक्त सहकारिता एवं पंजीयक संस्थाएँ श्री मनीष श्रीवास्तव एवं मार्कफेड के प्रबंध संचालक श्री बी.एम. शर्मा उपस्थित थे।