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शिक्षकों की ई-अटेडेंस योजना और कारगर तरीके से लागू होगी


स्कूल शिक्षा मंत्री श्री पारस जैन ने कहा है कि अगले शिक्षा सत्र से स्कूलों में शिक्षकों की उपस्थिति सुनिश्चित करने की मोबाइल एप (एम-शिक्षा मित्र) योजना को और अधिक कारगर तरीके से लागू करवाया जायेगा। श्री जैन आज मंत्रालय में स्कूल शिक्षा विभाग की परामर्शदात्री समिति की बैठक ले रहे थे। बैठक में समिति के सदस्य विधायक सर्वश्री हर्ष सिंह एवं चंदर सिंह सिसोदिया और अपर मुख्य सचिव श्री एस.आर. मोहंती उपस्थित थे।

श्री पारस जैन ने कहा कि शिक्षकों की उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिए समाज और जन-प्रतिनिधियों को आगे आना होगा। शासन भी अपने स्तर पर इस बात के पुख्ता इंतजाम करेगा कि शाला में शिक्षक मौजूद रहे। सदस्यों के सुझाव पर श्री जैन ने हेडस्टार्ट योजना में शालाओं को दिये गये कम्प्यूटरों का भौतिक सत्यापन करवाने के निर्देश दिये। उन्होंने स्कूलों में पेयजल व्यवस्था के लिए हेडपम्पों की जाँच करवाने को कहा। इससे यह पता चलेगा कि कितने हैण्डपम्पों में पानी आ रहा है या नहीं। श्री जैन ने स्कूलों में शौचालय की नियमित साफ-सफाई करवाने को भी कहा। 'स्कूल चले हम' अभियान में शौचालय की नियमित सफाई और पेयजल व्यवस्था को शामिल करवाने को कहा। उन्होंने जन-प्रतिनिधियों से कहा कि वे बच्चों के खेलकूद आदि के लिए विद्यालय उपहार योजना का अधिकाधिक उपयोग करवाये। श्री जैन ने स्कूल भवन में कक्षों की ऊँचाई न्यूनतम 10 फुट रखने तथा सभी भवन का रंग पहले की तरह गुलाबी रखने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि डीईओ और डीपीसी के दौरे रोस्टर के अनुसार होना चाहिए।

श्री मोहंती ने बताया कि शाला में शिक्षकों की उपस्थिति सुनिश्चित करने की ई-अटेंडेंस योजना इंदौर में 97 प्रतिशत सफल रही है। आगामी 15 जून से इसे और विस्तारित किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि शौचालयों की सफाई के लिए पंचायत के माध्यम से राशि दी जायेगी। इसके लिए तैनात हुए व्यक्ति को 1000 रूपये तथा सामग्री के लिए 500 रूपये का भुगतान किया जायेगा। श्री मोहंती ने बताया कि लगभग 2 साल से शासकीय शालाओं के खेल मैदान को किसी भी गतिविधि के लिए नहीं दिया जा रहा है। बैठक में सदस्यों ने स्कूलों में बिजली, पेयजल, अतिक्रमण, खेल मैदान, बाउंड्री-वॉल, संबंधी सुझाव दिये।
प्रलय श्रीवास्तव

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