लोकायुक्त ने 5 हजार की रिश्वत लेते रीडर को पकड़ा
उज्जैन के महिदपुर तहसील कार्यालय में पदस्थ रीडर दीपा चेलानी को लोकायुक्त की टीम ने 5 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया। आरोपी रीडर ने पट्टे की जमीन के दस्तावेज में बदलाव करने के लिए किसान से रिश्वत मांगी थी।
लोकायुक्त डीएसपी दिनेश चंद्र पटेल ने बताया कि महिदपुर निवासी हाकम चौहान की खेड़ा खजूरिया गांव में पट्टे की जमीन है। जमीन के दस्तावेजों में नाम की त्रुटि सुधारने के लिए उन्होंने तहसील कार्यालय में आवेदन दिया था।
यहां पदस्थ रीडर दीपा चेलानी ने त्रुटि ठीक करने के बदले 10 हजार रुपए की रिश्वत मांगी। इस पर हाकम चौहान ने 6 मार्च को लोकायुक्त पुलिस अधीक्षक को शिकायत दर्ज कराई।
रिश्वत लेते ही पकड़ी गई रीडर
शिकायत के आधार पर लोकायुक्त ने ट्रैप प्लान तैयार किया। तहसील कार्यालय में हाकम चौहान को 5 हजार रुपए रिश्वत के साथ दीपा चेलानी के पास भेजा गया। जैसे ही दीपा चेलानी ने रिश्वत की राशि ली, लोकायुक्त की टीम ने उसे रंगे हाथ पकड़ लिया।
सर पर हाथ रखते ही हुई ट्रैप
डीएसपी दिनेश पटेल ने बताया हैं कि शिकायत करने के बाद हाकम को रिश्वत के लिए कैमिकल लगे नोट देकर भेजा। आरोपी चेलानी ने जैसी ही रिश्वत के 5 हजार लिए वैसे ही हाकम ने सिर पर हाथ रखकर लोकायुक्त की टीम को इशारा कर दिया। जिसके बाद लोकायुक्त की टीम ने आरोपी महिला को रंगे हाथ पकड़ लिया और भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत कार्रवाई कर दी।
ट्रैप टीम में शामिल अधिकारी
लोकायुक्त की इस कार्रवाई में निरीक्षक हिना डावर, प्रधान आरक्षक हितेश ललावत, आरक्षक मोहम्मद इसरार, आरक्षक संदीप कदम, आरक्षक नीता बेस, आरक्षक ऋतु मालवीय और कंप्यूटर टाइपिस्ट अंजलि पुरानिया शामिल थे।