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सरल जी की हर कृति एक शहीद स्तंभ : सुपेकर


उज्जैन | सरल जी की हर कृति एक शहीद स्तंभ है। राष्ट्र को आज उन पर गर्व और दम्भ है। सरल काव्यांजलि संस्था द्वारा सरल प्रतिमा पर आयोजित पुष्पांजलि कार्यक्रम में उक्त पंक्तियां संस्था महासचिव संतोष सुपेकर ने पढ़ी। राष्ट्रकवि श्रीकृष्ण सरल की 127वीं जयंती पर आयोजित इस आयोजन की अध्यक्षता पूर्व नगर निगम अध्यक्ष प्रकाश चित्तौड़ा ने की।

संस्था सचिव मानसिंह शरद ने बताया कि इस अवसर पर संस्था अध्यक्ष डॉ. संजय नागर ने सरल जी की कविता मैं फूल नहीं कांटे अनियारे लिखता हूं का वाचन किया। डॉ. पुष्पा चौरसिया, प्रदीप सरल, राजेंद्र देवधरे दर्पण, डॉ. रफीक नागौरी, हर्ष सैनी, वी.एस. गहलोत, साकित उज्जैनी और मानसिंह शरद ने भी अपनी रचनाओं द्वारा सरल जी को श्रद्धांजलि दी। आशागंगा शिरढ़ोणकर, गिरजा ठाकुर, संजय जैन, राजीव लोचन ठाकुर, महेन्द्र सिंह सिसोदिया, सुमन नागर, अनिल कुमार चौबे, अमित सुपेकर आदि ने भी उन्हें नमन किया।

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