श्रीमद् भगवद् गीता के 18 अध्यायों का किया पाठ, हर श्लोक के बाद यज्ञ में दी गई आहुति
उज्जैन - हिंदू पंचांग अनुसार प्रतिवर्ष मार्गशीर्ष माह के शुक्ल पक्ष की मोक्षदा एकादशी तिथि पर गीता जयंती मनाई जाती है। इसी को लेकर श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबन्ध समिति द्वारा अंतर्राष्ट्रीय गीता जयंती महोत्सव के उपलक्ष्य में श्री महाकालेश्वर मंदिर के जूना महाकाल परिसर स्थित यज्ञशाला में हवन, पूजन किया गया। आयोजन में महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के अध्यक्ष कलेक्टर नीरज कुमार सिंह, प्रशासक गणेश धाकड़, सहायक प्रशासक प्रतीक द्विवेदी ने पूजन किया। श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति सदस्य राजेंद्र शर्मा आदि द्वारा यज्ञ की पुर्णाहुति की गई। अंतर्राष्ट्रीय गीता जयंती महोत्सव के उपलक्ष्य में मंदिर समिति के आयोजन में श्रीमद्भागवत गीता के 18 अध्यायों के प्रत्येक श्लोक के साथ यज्ञ कुण्ड में आहुतियां दी गई। श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के इस आयोजन में इस्कॉन मंदिर के जनसंपर्क अधिकारी राघव दास, आचार्य श्रीपाद चितहरि प्रभुजी, वीरेंद्र कृष्णादास व उनके सहयोगियों द्वारा सहयोग दिया गया।
उल्लेखनीय है कि श्रीमद् भगवद् गीता भारतीयों के दर्शन और चिंतन का मूल आधार है, जो सद्कर्म के माध्यम से मनुष्य को अपने में ही दिव्यता का अनुभव करवाती है। यह समस्त मानव समाज को स्व-धर्म का आत्म-बोध देती है व सत्य कर्तव्य पथ की ओर प्रशस्त करती है। साथ ही सनातन परम्पराएँ, मान्यताएँ और उसके कल्याणकारी सामाजिक परिणाम समाज के विकास की संकल्पना के मूल विचार है।