22 वीं अ.भा. सद्भावना व्याख्यानमाला में देशभर के विद्वान सम्मिलित होकर रखेंगे बौद्धिक विचार भारतीय ज्ञानपीठ में सात दिवसों तक विभिन्न सामाजिक विषयों पर आयोजित होगी व्याख्यानों की श्रृंखला
उज्जैन- कर्मयोगी स्व. कृष्णमंगल सिंह कुलश्रेष्ठ की प्रेरणा से एवं पद्मभूषण डॉक्टर शिवमंगल सिंह 'सुमन' की स्मृति में भारतीय ज्ञानपीठ द्वारा आयोजित 22 वीं अखिल भारतीय सद्भावना व्याख्यानमाला सामाजिक सद्भाव के उद्देश्य के साथ वैचारिक आदान-प्रदान का मंच बनेगी, जिसमें देश के प्रतिष्ठित विद्वतजन विभिन्न सामाजिक विषयों पर अपने विचार रखेंगे। यह व्याख्यानमाला 20 नवंबर से 26 नवंबर 2024 तक भारतीय ज्ञानपीठ के सद्भावना सभागृह में प्रतिदिन सायं 5 बजे से 6 बजे तक आयोजित होगी। इस आयोजन का उद्देश्य समाज में सद्भावना कायम करते हुए सकारात्मक चिंतन और नैतिक मूल्यों को स्थापित करना है। व्याख्यानमाला का शुभारंभ 20 नवंबर 2024 को होगा। इस दिन 'भारत के सोलर मैन' और आईआईटी मुंबई के प्राध्यापक प्रोफेसर चेतन सिंह सोलंकी “जलवायु परिवर्तन की समस्या और सोलर ऊर्जा से निदान” विषय पर व्याख्यान देंगे। कार्यक्रम की अध्यक्षता माननीय डॉ. अर्पण भारद्वाज, कुलगुरु, विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन करेंगे। 21 नवंबर को प्रोफेसर सत्यकाम जोशी, निदेशक, सामाजिक अध्ययन केंद्र, वीर नर्मद दक्षिण गुजरात विश्वविद्यालय, सूरत, “महात्मा गांधी और सर्वधर्म समभाव” विषय पर व्याख्यान देंगे। इस सत्र की अध्यक्षता माननीय डॉ. सदानंद त्रिपाठी, संस्कृतविद, आचार्य, संस्कृत महाविद्यालय, उज्जैन करेंगे। व्याख्यानमाला के तृतीय दिवस 22 नवंबर को जल योद्धा और पर्यावरणविद् पद्मश्री उमाशंकर पांडेय “जल संरक्षण में सामाजिक सद्भावना” विषय पर अपने विचार रखेंगे। इस दिन की अध्यक्षता माननीय डॉ. हरीश व्यास, प्राचार्य, माधव विज्ञान महाविद्यालय, उज्जैन करेंगे। चतुर्थ दिवस 23 नवंबर को श्रीमती अंजली कुलकर्णी, अध्यक्ष, आंतरभारती, पुणे, “आधुनिक समाज की समस्याएं और गांधी के विचारों में उनके निदान” विषय पर व्याख्यान देंगी। इस दिन की अध्यक्षता माननीया डॉ. नीता तपन चौरे, वरिष्ठ शिक्षाविद्, उज्जैन करेंगी। पांचवें दिवस 24 नवंबर को माननीय श्री लक्ष्मी शंकर वाजपेयी, पूर्व उप महानिदेशक, आकाशवाणी एवं अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त साहित्यकार, “साहित्य के माध्यम से सामाजिक परिवर्तन की राह” विषय पर व्याख्यान देंगे। इस सत्र की अध्यक्षता माननीय डॉ. बालकृष्ण शर्मा, पूर्व कुलगुरु, विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन करेंगे। छठवें दिवस 25 नवंबर को माननीय न्यायमूर्ति श्री टी. पी. शर्मा, पूर्व प्रमुख लोकायुक्त, छत्तीसगढ़, “न्यायिक सक्रियता व निर्णयों का समाज पर प्रभाव” विषय पर अपने विचार व्यक्त करेंगे। इस दिन की अध्यक्षता माननीय न्यायमूर्ति श्री आलोक वर्मा, पूर्व न्यायाधीश, उच्च न्यायालय करेंगे। समापन दिवस 26 नवंबर 2024 को माननीय डॉ. सच्चिदानंद जोशी, कार्यकारी और अकादमिक प्रमुख, इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र, नई दिल्ली, “व्यक्तित्व विकास और मानसिक स्वास्थ्य संतुलन में कलाओं का योगदान” विषय पर व्याख्यान देंगे। इस सत्र की अध्यक्षता माननीय श्री शरद शर्मा, वरिष्ठ रंगकर्मी, उज्जैन करेंगे। प्रतिदिन इस व्याख्यानमाला के विचारों को उज्जैन के पहले कम्युनिटी रेडियो एफ.एम. पर सायं 5 से 6 बजे के मध्य प्रसारित किया जाएगा। साथ ही, आयोजन की डिजिटल लिंक भी विभिन्न प्लेटफार्म पर उपलब्ध रहेगी। सात दिवसीय व्याख्यानमाला को संपन्न करने के लिए व्याख्यानमाला समिति की बैठक हुई। इस दौरान संस्थान की डायरेक्टर श्रीमती अमृता कुलश्रेष्ठ एकेडमिक डायरेक्टर डॉ गिरीश पंडया, प्राचार्यगण डॉ नीलम महाडिक, डॉ. रश्मि शर्मा ,श्रीमती रचना श्रीवास्तव, श्रीमती मयूरी वैरागी , विभाग प्रमुख सुश्री जयनित बग्गा, श्रीमती चंद्रकला नाटानी सहित कई प्रबुद्धजन उपस्थित थे। सद्भावना व्याख्यानमाला समिति के श्री युधिष्ठिर कुलश्रेष्ठ ने व्याख्यानमाला में अधिक से अधिक संख्या में उपस्थित होकर सहभागिता करने का आह्वान शहर के सभी सद्भावनाप्रेमियों से किया है।