फायर ब्रिगेड विभाग की लापरवाही: तीन माह में तीन वाहन खराब, सिंहस्थ-2028 की तैयारी में भी ढिलाई
उज्जैन: सिंहस्थ-2028 के महाआयोजन की तैयारियों के बीच फायर ब्रिगेड विभाग की लापरवाही ने सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ा दी है। विभाग की गाड़ियों की खराब स्थिति और सुधार कार्यों में लगातार ढिलाई के चलते सुरक्षा व्यवस्था पर प्रश्नचिह्न लग गया है।
फायर ब्रिगेड विभाग के पास वर्तमान में लगभग 20 गाड़ियाँ हैं, जिनमें से 7 गाड़ियाँ पूरी तरह से खराब पड़ी हैं और 10 अन्य गाड़ियों में सुधार की आवश्यकता है, जो पिछले तीन महीनों से लंबित है। इस ढिलाई के कारण विभाग की क्षमता और त्वरित प्रतिक्रिया क्षमता पर प्रभाव पड़ा है।
एक्सटेंशन लैडर की कमी और लंबित सुधार कार्य
फायर ब्रिगेड की कई गाड़ियों में एक्सटेंशन लैडर की कमी है, और यह समस्या पहले भी विभाग को सूचित की जा चुकी है। गाड़ियों में सुरक्षा से संबंधित कई छोटे-छोटे कार्य, जैसे कि बैटरी की खराबी, सायरन का बंद होना और पिकअप में समस्या, समय पर नहीं किए जा रहे हैं। उदाहरण के लिए, वाहन नंबर 1103 की एवरेज कम हो गई है, वाहन नंबर 1144 का सायरन बंद है, और वाहन नंबर 3225 पिछले 4 महीनों से खराब पड़ा है।
सिंहस्थ-2028 की तैयारी में लापरवाही
सिंहस्थ-2028 के महा आयोजन के लिए फायर ब्रिगेड विभाग की ओर से प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है, लेकिन मौजूदा वाहनों की रखरखाव की स्थिति और संसाधनों की कमी के कारण तैयारी में धीमी प्रगति हो रही है। एमआईसी प्रभारी दुर्गा शक्ति चौधरी ने नए वाहनों की उपलब्धता की बात कही थी, लेकिन मौजूदा वाहनों की स्थिति सुधारने की प्राथमिकता नहीं दी जा रही है।
सिंहस्थ के लिए विभाग को संसाधनों, कर्मचारियों और प्रशिक्षण की आवश्यकता है। 2016 के सिंहस्थ में उपयोग की गई फायर बाइक भी अब बंद पड़ी है, जो संकरी गलियों में मददगार थी। वर्तमान में, इन बाइक के बिना बड़े वाहनों की आपूर्ति में समस्या उत्पन्न हो रही है।
विभाग की ओर से सफाई
विभाग के अधिकारियों का कहना है कि वे गाड़ियों के मेंटेनेंस के लिए पूरा प्रयास कर रहे हैं और बजट की कमी की वजह से कुछ गाड़ियों की मरम्मत में देरी हो रही है। उन्होंने यह भी कहा कि बैकअप ऑप्शन के रूप में अतिरिक्त गाड़ियाँ उपलब्ध हैं और आवश्यकता अनुसार सवारी में गाड़ियाँ लगाई जा रही हैं।