डॉक्टर गन्धे को प्रदेश शासन का शिखर सम्मान
उज्जैन- मध्यप्रदेश शासन के कला संस्कृति और साहित्य क्षेत्र के सर्वोच्च शिखर सम्मान से डॉक्टर गोविन्द दत्तात्रेय गन्धे को गुरूवार 13 फरवरी को भोपाल में सम्मानित किया जाएगा। यह जानकारी कालिदास संस्कृत अकादमी उज्जैन के डॉ सन्दीप नागर ने देते हुए बताया कि डॉक्टर गोविन्द गन्धे विगत 37 वर्षों संस्कृत के क्षेत्र में सारस्वत साधना कर रहे है। आपको संस्कृत में विश्वविद्यालय की सर्वोच्च उपाधि डीलिट प्राप्त है। आपके द्वारा पाठृय एवं पाठयेतर 15 पुस्तकों का लेखन किया गया है, साथ ही 10 से अधिक अन्य पुस्तकों का आपने सम्पादन किया है। इसके अतिरिक्त राष्ट्रीय तथा अन्तर्राष्ट्रीय शोध संगोष्ठियों में आपने 75 से अधिक शोध पत्र प्रस्तुत किए है। तथा स्तरीय जनरल्स में उनका प्रकाशन भी हुआ है। जनसामान्य को संस्कृत भाषा सीखाने की दृष्टि से आपने अनेक वर्षों तक सरल संस्कृत संभाषण वर्गों के माध्यम से संस्कृत का प्रचार प्रसार किया है। 40 विद्यार्थियों को आपने एम फिल उपाधि हेतु शोध मार्गदर्शन किया है तथा आठ विद्यार्थी आपके मार्गदर्शन में एचडी हेतु शोध कार्य कर रहे है। प्रदेश के प्रतिष्ठित समाचार पत्रों एवं पत्रिकाओं में आपके धर्म दर्शन आध्यात्म साहित्य, राजनीति आदि विषयों पर अनेक आलेख एवं संपादकीय प्रकाशित हैं। इसके पूर्व आपको अखिल भारतीय विद्वत परिषद वाराणसी द्वारा महामहोपाध्याय सम्मान, संस्कृत भूषण सम्मान साहित्य सृजन सम्मान, उत्कृष्ट साहित्य लेखन सम्मान तथा अनेक सारस्वत सम्मानों से सम्मानित किया जा चुका है। आप प्रदेश के विश्वविद्यालयों में कार्य परिषद्, विद्या परिषद तथा महासभा के सदस्य रहे हैं। आप प्रदेश की अनेक प्रतिष्ठित सामाजिक एवं शैक्षणिक संस्थाओं के संस्थापक तथा विभिन्न दायित्व पर सदस्य रहे हैं। प्रदेश के ही विश्वविद्यालय में आपने पाठ्यक्रम समन्वयक महाविद्यालय में प्राचार्य के रूप में सफलतापूर्वक कार्य किया है।