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मंकी पॉक्स को लेकर अलर्ट


मंकी पॉक्स वायरस के दिल्ली तक पहुंचने के बाद यहां का स्वास्थ्य अमला भी अलर्ट मोड पर आ गया है। यहां गुरुवार को मुख्य चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अशोककुमार पटेल ने चिकित्सकों समेत स्वास्थ्य टीम के साथ मंकी पॉक्स को लेकर चर्चा की व इसके बाद लोगों के लिए एडवाइजरी जारी की है। कहा कि मंकी पॉक्स को लेकर स्वास्थ्य टीम पूरी तरह से अलर्ट है व जरूरत पड़ने पर यहां आइसोलेशन वार्ड भी बनाएंगे लेकिन लोग इसे लेकर सावधानी बरते व स्वच्छता का ध्यान रखे।

सीएमएचओ ने स्वास्थ्य टीम से कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा 14 अगस्त को मंकी पॉक्स वायरस को पब्लिक हेल्थ इमरजेंसी ऑफ इंटरनेशनल कन्सन घोषित किया है, जिसे ध्यान में रखते हुए लोगों को अवेयर करे। अस्पताल में आने वाले मरीजों को इस संदर्भ में बताए कि किसी को बुखार के साथ शरीर पर दाने अर्थात लाल फुंसी होने लगे तो तत्काल सावधान हो जाए व चिकित्सक से संपर्क करें, ताकि समय पर उपचार शुरू हो सके। सीएमएचओ डॉ. पटेल ने कहा कि फिलहाल हमारे यहां इस तरह का कोई मरीज अथवा किसी में लक्षण सामने नहीं आया है लेकिन बतौर सावधानी तैयारी की जा रही है व यहां कोई मरीज सामने आता है तो आइसोलेशन वार्ड भी अलग से बनाने की तैयारी कर ली गई है।

स्वास्थ्य विभाग ने लोगों से कहा- यह सावधानी बरतें { मंकी पॉक्स से संक्रमित रोगी को सामान्यत: बुखार, रेश और लिम्फ नोड्स में सूजन पाई जाती है, कुछ रोगियों में चिकित्सकीय जटिलताएं भी हो सकती हैं लेकिन डरने की जरूरत नहीं है, तत्काल चिकित्सक से संपर्क करना है। { मंकी पॉक्स एक स्व सीमित संक्रमण है, जिसके लक्षण सामान्यत: दो-चार सप्ताह में समाप्त हो जाते हैं। बस ठीक से उपचार लें। गंभीर प्रकरण में ही मृत्यु दर 1-10 प्रतिशत है। { मंकी पॉक्स पशुओं से मनुष्य में फैलता है। वायरस कटी-फटी त्वचा, आंख, नाक या मुंह के माध्यम से शरीर में प्रवेश करता है, इसलिए स्वच्छता का ध्यान रखें। { शरीर पर अगर घाव है तो दूषित बिस्तर से भी ये अप्रत्यक्ष संपर्क में हो सकता है। { संक्रमित व्यक्ति को शरीर पर चकते दिखने के एक-दो दिन पहले तक रोग फैल सकता है। सभी चकतों से पपड़ी अगर न जाए, तब तक रोगी संक्रामक बना रहेगा।

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