सिंहस्थ 2028 में भीड़ प्रबंधन सबसे बड़ी चुनौती रहने वाली है। इसके मद्देनजर स्मार्ट सिटी ने देवासगेट बस स्टैंड को विकसित करने की योजना तैयार कर स्वीकृति के लिए शासन को भेजी है। प्लानिंग ये है कि इस बस स्टैंड को पांच मंजिला मल्टीलेवल ट्रांजिट हब के रूप में बनाएंगे। इसकी अनुमानित लागत करीब 70 से 80 करोड़ रुपए हो सकती है। पिछले 2016 के सिंहस्थ में करीब 8 करोड़ श्रद्धालु आए थे। अगले सिंहस्थ में ये संख्या बढ़कर 14 करोड़ तक होने की उम्मीद हैं। इसी आंकड़े के लिहाज से सिंहस्थ से जुड़ी हर प्रकार की तैयारी की प्लानिंग की जा रही है। इन्हीं में से एक इंतजाम श्रद्धालुओं के शहर में आगमन व यहां भीड़ प्रबंधन का है। शहर में आवागमन के लिए मुख्य रूप से रेल व सड़क परिवहन प्रमुख माध्यम है। इसे ध्यान में रखते हुए प्रशासन देवासगेट बस स्टैंड को अत्याधुनिक रूप से विस्तारित करते हुए इसका पुनर्निर्माण करवाने की प्लानिंग बना चुका है। इस बस स्टैंड को मल्टीलेवल ट्रांजिट हब के रूप में बनाने की योजना है। इसके लिए स्मार्ट सिटी के विषय विशेषज्ञ ने डिजाइन तैयार कर स्वीकृति के लिए शासन को भेजा है। एक अनुमान के हिसाब से करीब 70 से 80 करोड़ तक का खर्च इस प्रोजेक्ट में आने की बातें कही जा रही है। गौरतलब है कि वर्तमान में नगर निगम की संपत्ति देवासगेट बस स्टैंड का भवन जर्जर हालत में है, इसे मेंटेनेंस की भी जरूरत है।
सिंहस्थ 2028 में भीड़ प्रबंधन सबसे बड़ी चुनौती रहने वाली है। इसके मद्देनजर स्मार्ट सिटी ने देवासगेट बस स्टैंड को विकसित करने की योजना तैयार कर स्वीकृति के लिए शासन को भेजी है। प्लानिंग ये है कि इस बस स्टैंड को पांच मंजिला मल्टीलेवल ट्रांजिट हब के रूप में बनाएंगे। इसकी अनुमानित लागत करीब 70 से 80 करोड़ रुपए हो सकती है।
पिछले 2016 के सिंहस्थ में करीब 8 करोड़ श्रद्धालु आए थे। अगले सिंहस्थ में ये संख्या बढ़कर 14 करोड़ तक होने की उम्मीद हैं। इसी आंकड़े के लिहाज से सिंहस्थ से जुड़ी हर प्रकार की तैयारी की प्लानिंग की जा रही है। इन्हीं में से एक इंतजाम श्रद्धालुओं के शहर में आगमन व यहां भीड़ प्रबंधन का है। शहर में आवागमन के लिए मुख्य रूप से रेल व सड़क परिवहन प्रमुख माध्यम है।
इसे ध्यान में रखते हुए प्रशासन देवासगेट बस स्टैंड को अत्याधुनिक रूप से विस्तारित करते हुए इसका पुनर्निर्माण करवाने की प्लानिंग बना चुका है। इस बस स्टैंड को मल्टीलेवल ट्रांजिट हब के रूप में बनाने की योजना है। इसके लिए स्मार्ट सिटी के विषय विशेषज्ञ ने डिजाइन तैयार कर स्वीकृति के लिए शासन को भेजा है। एक अनुमान के हिसाब से करीब 70 से 80 करोड़ तक का खर्च इस प्रोजेक्ट में आने की बातें कही जा रही है। गौरतलब है कि वर्तमान में नगर निगम की संपत्ति देवासगेट बस स्टैंड का भवन जर्जर हालत में है, इसे मेंटेनेंस की भी जरूरत है।