श्रद्धालुओं की सुरक्षा का खाका तैयार, भेजा जा रहा नई भर्ती का प्रतिवेदन
उज्जैन - मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने श्रद्धालुओं की सुविधाओं के लिए अहम फैसला लिया, जिस पर अमल होना भी शुरू हो गया है। श्री महाकालेश्वर मंदिर की दर्शन व्यवस्था होमगार्ड को सौंपने की घोषणा पर 24 घंटे की भीतर ही काम शुरू हो गया है। भोपाल से प्रमुख सचिव व होमगार्ड मुख्यालय ने मंदिर के लिए 500 होमगार्ड जवानों की नई भर्ती के लिए प्रतिवेदन मांगा है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की मंशा के अनुरूप सिर्फ महाकालेश्वर मंदिर ही नहीं, बल्कि शहर के अन्य प्रमुख मंदिरों पर भी होमगार्ड जवान ही व्यवस्था संभालें, ऐसी तैयारी की जा रही है।
शासन को भेजा जा रहा प्रतिवेदन
उज्जैन आने वाले तीर्थ यात्रियों को यहां आने के बाद सुकून का अनुभव हो और उनके साथ अच्छा व्यवहार किया जाए, इस बात को ध्यान में रखते हुए शहर के सभी प्रमुख मंदिरों का सुरक्षा चक्र तैयार किया जाएगा। महाकाल मंदिर में दर्शन व्यवस्था के लिए होमगार्ड विभाग की तीन कंपनी तैनात होगी। एक कंपनी 165 जवानों की होती है। लेकिन होमगार्ड विभाग ने इसमें कंपनी कमांडर, प्लाटून कमांडर, लांस नायक को भी शामिल किया है, जिससे एक कंपनी की संख्या 180 की रहेगी। शासन को इसका प्रतिवेदन भेजा जा रहा है।
व्यवस्था में आएगी कसावट
महालोक व महाकाल मंदिर में पृथक सुरक्षा दल होने से व्यवस्था में भी कसावट देखने को मिलेगी। क्योंकि होमगार्ड सैनिक भी पुलिस की तरह ही पूरी संवेदनशीलता के साथ कार्य करेंगे और श्रद्धालुओं का दुख दर्द आसानी से समझ सकेंगे।