लाड़ली बहनों का प्रेम और आशिर्वाद सदैव मिलता रहे नागदा के बादीपुरा-आजादपुरा की बहनों को मिलेंगे पट्टे बहनों के चेहरे पर हमेशा मुस्कान बनी रहे डॉ. मोहन यादव ने नागदा में लाड़ली बहना रक्षाबंधन कार्यक्रम में शामिल होकर बहनों से राखी बंधवाई
उज्जैन- रक्षाबंधन का पर्व भारतीय सभ्यता एवं संस्कृति का मुख्य त्यौहार है और इसी पावन त्यौहार को प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव कई वर्षों से अपने विधानसभा क्षेत्र उज्जैन दक्षिण की बहनों से रक्षासूत्र बंधवाते आ रहे हैं और इसके बावजूद अब मुख्यमंत्री होने के नाते पूरे सावन माह बहनों को समर्पित करते हुए प्रदेश के विभिन्न जिलों में लाड़ली बहनों से राखी बंधवाई। इसी कड़ी में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सावन माह की पूर्णिमा के पावन पर्व रक्षाबंधन पर सोमवार 19 अगस्त को उज्जैन जिले के नागदा के बादीपूरा- आजादपूरा में लाड़ली बहना रक्षाबंधन कार्यक्रम में बहनों से हर्षोल्लास के साथ राखी बंधवाई।
इस अवसर पर उपस्थित बहनों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि लाड़ली बहनों का प्रेम और आशिर्वाद सदैव मिलता रहे। नागदा की बादीपूरा-आजादपूरा की बहनों को मिलेंगे पट्टे। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने उपस्थित सैकड़ों बहनों को संबोधित करते हुए कहा कि लाड़ली बहनों के चेहरे पर हमेशा मुस्कान बनी रहे। उन्होंने रक्षा बंधन के पावन पर्व पर प्रत्येक बहन को सुख, समृद्धि और आत्म सम्मान से परिपूर्ण जीवन की हार्दिक शुभकामनाएं देते हुए कहा कि रक्षाबंधन भारतीय सभ्यता एवं संस्कृति का प्रमुख त्यौहार माना जाता है। इस दिन बहन अपनी रक्षा के लिए भाई को राखी बाँधती है। यह पर्व मात्र रक्षा का संदेश नहीं देता अपितु प्रेम, समर्पण, निष्ठा व संकल्प के द्वारा आपसी प्रेम को भी बाँधने का वचन देता है।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कार्यक्रम के पूर्व अचानक नागदा के बादीपूरा, आजादपूरा निवासी लाड़ली बहना श्रीमती आशा बोरासी पति श्री रामफेर बोरासी के मकान पर अचानक पहुंचकर उनसे एवं उनकी बहु श्रीमती अनिता पति राज बोरासी से रक्षासुत्र बंधवाकर बहनों से आशिर्वाद प्राप्त किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री के अचानक पहुंचने पर दोनों साँस-बहू की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। इस अवसर पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का मोहल्लेवालों ने पुष्प वर्षा कर जोरदार तरीके से स्वागत अभिनंदन किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि त्यौहारों की परंपरा में त्यौहारों की गहराई मालूम नहीं पड़ती । हमारे भारतवर्ष में परिवार परंपरा एवं कुटूंब परंपरा इन्हीं त्यौहारों की गहराईयों में छिपी है। हमारें ऋषिमुनियों आदि ने इन तीज त्यौहारों की परंपरा बनाई, इसी में हमारे परिवार कुटूंब परिवार में झलक दिखलाई देती है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि शक्ति, भक्ति से ही प्रेम की धारा निकलती है। हमारे देश-प्रदेश में अमन चैन रहे। हम सब नैतिकता, सज्जनता, ईमानदारी एवं भाईचारे से काम करते रहें। यही बात हमारे तीज त्यौहारों में छिपी है। त्यौहार सबके साथ मनाने की परंपरा है। सबका जीवन आनंदमयी होना चाहिए। हमारे तीज त्यौहार आनंद के ही होते हैं। सरकार का यही संकल्प है कि सबका भला हो।