धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व संचालनालय का उज्जैन में शुभारंभ
उज्जैन - धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व विभाग को उज्जैन स्थानांतरित करने का प्रस्ताव मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव ने उच्च शिक्षा मंत्री रहते ही दे दिया था। लेकिन उस समय तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान और मंत्रीमंडल ने किन्हीं कारणों के चलते इसे मंजूरी नहीं दी। इसके बाद समय और सरकार दोनों ही बदल गई और सत्ता की बागडोर स्वयं मोहन यादव के हाथ आ गई। प्रदेश की बागडोर अपने हाथ में लेते ही मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव ने उस प्रस्ताव को बाहर निकलवाया और मार्च में हुई कैबिनेट बैठक में इसे मंजूरी दे दी। जिसकी कार्यालयीन प्रक्रिया पुरी होने के बाद सोमवार को उज्जैन में मध्यप्रदेश धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व संचालनालय का शुभारंभ मुख्यमंत्री डॉ. यादव के करकमलों से किया गया। इस अवसर पर राज्यसभा सांसद बालयोगी उमेश नाथ महाराज, सांसद अनिल फिरोजिया, विधायक अनिल जैन, महापौर मुकेश टटवाल समेत कई गणमान्यजन उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि उज्जैन में एक नई कमिश्नरी प्रणाली की शुरूआत हुई है। देव स्थान और उनकी भूमि के प्रबंधन संबंधी मंत्रालय का हेड क्वाटर अब उज्जैन में आया है। जिसकी जिम्मेदारी वर्तमान संभाग कमिश्नर संजय गुप्ता को सौंपी गई है। सीएम यादव ने इसके कुशल संचालन से हमारे देव स्थानों के लिए अच्छी प्लानिंग बनेगी और सभी स्थानों पर भूमि का रखरखाव भी होगा। मंदिरों की जो कल्पना की गई, उनका सब प्रकार से विकास का कार्य होगा।