दशहरा मैदान पर व्यापार मेला, 106 दुकानें लगेगी, प्रदेश के व्यापारी ही हिस्सा ले पाएंगे
106 दुकानों के लिए जारी टेंडर में मप्र के व्यापारियों को ही मौका दिया है।ऑटोमोबाइल के सेक्टर एक के लिए उज्जैन तो सेक्टर दो के लिए मप्र के व्यापारीही टेंडर में शामिल हो सकते हैं। इसी तरह इलेक्ट्रॉनिक के सेक्टर एक में उज्जैनऔर सेक्टर दो में मप्र और एफ सेक्टर फुड जोन बनाया है। इसमें सेक्टर एक मेंउज्जैन के व्यापारी शामिल हो सकते हैं। सेक्टर दो फ्री फॉर ऑल रखा गया है।
दो साइज की रहेगी दुकानें
मेले को तीन हिस्सों में बांटा गया है।इसमें लगने वाली 106 दुकानें दोसाइज में उपलब्ध होगी। एक 40बॉय 20 और दूसरी 20 बॉय 20वर्गफीट में। यह मेला कार्तिक मेलाऔर हस्तशिल्प मेला से अलग होगा।इसमें निगम सिर्फ भूखंड उपलब्धकराएगी। दुकान का निर्माण आवंटनलेने वाले व्यापारी को ही करना होगा।
ग्वालियर से छोटा होगा मेला
1 मार्च से लगने वाले व्यापार मेले कोखास बनाने के लिए प्रशासन औरनगर निगम ने तैयारी शुरू कर दी है।दशहरा मैदान में यह मेला लगेगा।कोई गड़बड़ी की आशंका न रहे,इसके लिए ड्राइंग तैयार कर ली है।साथ ही गाइडलाइन भी तय कर दी है।ग्वालियर के व्यापार मेले की तर्जपर उज्जैन में लग रहे पहले व्यापारमेले में लोगों को लुभाने के लिएप्रशासन कई तरह की स्कीमें भी लारहा है। इसमें खास है खरीदारों कोमहाकाल में वीआईपी दर्शन औरएमपी टूरिज्म की होटल में विशेषछूट। इसके अलावा वाहनों कीखरीदी पर भी टैक्स पर 50 प्रतिशतछूट का प्रावधान रखा है।
स्कीमोंकी संख्या और बढ़ सकती है। मेलेकी नोडल एजेंसी नगर निगम ने मेलेकी रूपरेखा तैयार कर ली है। मेलेमें कुल 106 दुकानें होगी, जिन्हेंतीन सेक्टरों में बांटा गया है। इसमेंऑटोमाबाइल, इलेक्ट्रॉनिक औरफुड जोन रहेंगे। इसके अलावा यहांसांस्कृतिक आयोजन भी होंगे। सभीविभागों को पहले ही जिम्मेदारी देदी गई है। निगम ने अभी 106भूखंडों का टेंडर निकाला है। निगमइसमें एक और टेंडर निकालने जारही है, जो पीजीबीटी कॉलेज केआसपास का रहेगा। इसमें संभवत:125 भूखंडों का आवंटन कियाजाना है। इसमें झूले और अन्यदुकानें भी रहेगी।
ग्वालियर का मेला 104 एकड़ मेंलगता है। जबकि दशहरा मैदान औरआसपास के क्षेत्र को मिला भी लियाजाए तो 2 से 4 हेक्टेयर भूमि ही है।वहीं ग्वालियर में 5 हजार छोटी सेबड़ी दुकानें लगती है। इनमें देशभर केव्यापारी आते हैं लेकिन उज्जैन केव्यापार मेले को पहले टेंडर में ही मप्रतक सीमित कर दिया गया है।