विक्रमोत्सव का आयोजन 1 मार्च को होगा 9 अप्रैल तक विभिन्न कार्यक्रम होंगे 8 मार्च को हेमा मालिनी द्वारा शिव पर केन्द्रित नृत्य नाटिका की प्रस्तुति होगी
उज्जैन 19 जनवरी इस बार विक्रमोत्सव में पश्चिम बंगाल का प्रसिद्ध पुरलिया
छाऊ नृत्य एवं मध्य प्रदेश की प्रसिद्ध गोण्ड ठाट्या नृत्य की प्रस्तुति भी की जायेगी। दर्शक भक्ति
भावना से अभिभूत होंगे, क्योंकि विक्रमोत्सव में भक्ति गायन से लेकर कृष्ण एवं भगवान श्रीराम पर
आधारित नाटक का भी प्रस्तुतीकरण होगा। विश्व पटल पर अवन्तिका विषय पर विमर्श भी होगा तथा
महर्षि सान्दीपनि वेदविद्या प्रतिष्ठान में वेद अंताक्षरी का भी आयोजन किया जायेगा। 9 अप्रैल को गुड़ी
पड़वा पर महाकाल शिव ज्योति अर्पणम कार्यक्रम के तहत रामघाट पर 25 लाख दीपक जलाये जायेंगे।
विक्रमोत्सव के कार्यक्रम को अन्तिम रूप देने के लिये बुधवार को संभागायुक्त डॉ.संजय गोयल की
अध्यक्षता में विक्रमोत्सव समिति की बैठक आयोजित की गई।
बैठक में सांसद श्री अनिल फिरोजिया, महापौर श्री मुकेश टटवाल, उज्जैन उत्तर विधायक श्री अनिल
जैन कालूहेड़ा, नगर निगम सभापति श्रीमती कलावती यादव, पुलिस महानिरीक्षक श्री संतोष कुमार सिंह,
कलेक्टर श्री नीरज सिंह, पुलिस अधीक्षक श्री सचिन शर्मा, विक्रमादित्य शोधपीठ के निदेशक डॉ.श्रीराम
तिवारी, विक्रम विश्वविद्यालय के कुलपति श्री अखिलेश पाण्डे, श्री विवेक जोशी, श्री संजय अग्रवाल सहित
सम्बन्धित अधिकारीगण मौजूद थे।
संभागायुक्त डॉ.गोयल ने निर्देश दिये कि विक्रमोत्सव के सफल आयोजन के लिये सभी सम्बन्धित
विभाग अपना अभूतपूर्व सहयोग प्रदान करेंगे। विक्रमोत्सव में स्थानीय प्रतिभाशाली कलाकारों को भी अपनी
प्रतिभा का प्रदर्शन करने का अवसर दिया जायेगा।