महाकाल की सवारी पर थूकने के केस में गवाह पलटे:बोले- आरोपियों की ओर से धमकी मिल रही थी
मेरे घरवाले पिछले 5-6 महीने से मुझ पर केस वापस लेने का दबाव बना रहे थे। वे कहते थे कि इन सब मामलों से दूर रहो। कुछ हो गया तो हमारा क्या होगा। मेरी घरवालों से बहस होती थी। पिछले दिनों मेरे पिता की तबीयत खराब हो गई, उन्होंने रोते हुए मुझसे कहा कि इस मामले से दूर हो जाओ, तो मैंने कोर्ट में जाकर गवाही दे दी और बयान से पलट गया।’
ये कहना है उज्जैन के रहने वाले सावन लोट का। सावन वो शख्स है, जिसने पिछले साल 17 जुलाई को महाकाल की सवारी पर थूकने वाले तीन आरोपियों के खिलाफ थाने में नामजद शिकायत दर्ज करवाई थी। सावन ने इन आरोपियों का वीडियो भी बनाया था। कोर्ट में सुनवाई के दौरान वह अपने बयान से पलट गया। उसके साथ एक और गवाह ने बयान बदल दिया। इसी के बाद तीसरे आरोपी अदनान को जमानत मिल गई। इससे पहले दो नाबालिग आरोपियों को जमानत मिल चुकी है।
शिकायतकर्ता का कहना है कि उन्होंने दबाव में आकर बयान बदले हैं। उन्हें आरोपियों की तरफ से लगातार धमकी मिल रही थी। दूसरी तरफ आरोपियों की तरफ से कोर्ट में पैरवी करने वाले वकील का कहना है कि यदि उन्हें धमकी मिल रही थी तो उन्होंने इसकी शिकायत पुलिस को क्यों नहीं की? वकील का ये भी कहना है कि शिकायत करने वालों की मंशा पर सवाल उठे हैं तो वे अपनी सफाई में इस तरह की दलील दे रहे हैं।