पुजारियों को मिला राम लला प्रतिष्ठा का निमंत्रण, प्रधानमंत्री का आभार - अखिल भारतीय पुजारी महासंघ ने उठाई थी प्रमुखता से मांग
उज्जैन। 22 जनवरी को अयोध्या में होने जा रहे श्री राम लला की प्राण प्रतिष्ठा का निमंत्रण देश के प्रमुख मंदिरों के पुजारियों को भी मिलना शुरू हो गया है। इसमें उज्जैन का विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग महाकालेश्वर मंदिर भी शामिल है।
इस पर अखिल भारतीय पुजारी महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष महेश पुजारी एवं ने देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, मप्र के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव सहित श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय जी का आभार व्यक्त किया है। यह जानकारी देते हुए पुजारी महासंघ के प्रदेश सचिव रूपेश मेहता ने बताया कि पुजारी महासंघ सदैव देश के पुजारियों का नेतृत्व करता आया हैं और पुजारियों के मान सम्मान एवं सुरक्षा के लिए अग्रणी रहा हैं। पिछले दिनों प्रभु श्रीराम के अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा समारोह में पुजारियों को निमंत्रण नहीं मिलने की जानकारी लगने पर पुजारी महासंघ की ओर से ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित संबंधित लोगों से प्रमुख रूप से यह मांग कि गई थी कि जिस तरह से देश के साधु-संतों, महामंडलेश्वरों को प्राण-प्रतिष्ठा में आमंत्रण भेजे जा रहे हैं। उसी प्रकार मंदिरों के पुजारियों को भी आमंत्रित किया जाना चाहिए। पुजारी महासंघ की मांग के बाद प्राण प्रतिष्ठा समारोह में देश के प्रमुख मंदिरों के पुजारियों को निमंत्रण मिलना शुरू हो गए है। यह बहुत ही गर्व और प्रतिष्ठा का विषय हैं और यह पुजारियों के लिए भी मान सम्मान की बात है कि देश के इतने बड़े आयोजन में पुजारियों को उचित स्थान मिला है। महासंघ सभी को साधुवाद देता है कि इसी प्रकार पुजारियों के मान सम्मान की रक्षा आगे भी होती रहेगी। साथ ही आशा करता है की सरकारी पुजारियों की अपेक्षा परंपरागत पुजारियों को आगामी आयोजनों में आमंत्रित किया जाए। महासंघ ने यह भी मांग की है कि महाकाल की भस्मारती देश की प्रमुख आरतियों में से एक है। लेकिन अब तक भस्मारती के पुजारियों को आमंत्रण नहीं मिला है। इस पर भी तुरंत ध्यान दें। साथ ही देश और प्रदेश के पुजारियों से आव्हान है कि 22 जनवरी को अपने-अपने मंदिरों को साफ और स्वच्छ कर आकर्षक विद्युत सज्जा, रंगोली करे, गीत, रामधुन जैसे आयोजन कर उत्सव मनाए।