आधा दर्जन कॉलोनियों के रहवासियों को मिलेगा सीधा रास्ता,एमआर-11 की बाधा हटी.
एमआर-11 रोड की बाधा हट गई है। अब तारामंडल से इंजीनियरिंग कॉलेज को जाने वाली रोड का निर्माण शुरू हो गया है। इसमें कॉलेज की बाउंड्रीवाल को तोड़कर रास्ता बनाया जाएगा। इससे यूडीए की आवासीय योजना त्रिवेणी विहार, शिप्रा विहार तथा मालनवासा व गोयला खुर्द सहित करीब आधा दर्जन कॉलोनियों के करीब 480 रहवासियों को चक्कर लगाकर नहीं आना-जाना पड़ेगा। उन्हें सीधा रास्ता मिल सकेगा। यह सड़क तारामंडल के समीप से इंजीनियरिंग कॉलेज से होते हुए शिप्रा विहार को जोड़ने वाली रोड तक बनाई जाएगी।
यूडीए के अधिकारियों ने बताया कि महानंदानगर से होते हुए बिड़ला अस्पताल से आगे जाकर तारामंडल के समीप यह रोड बंद होने से रहवासियों को आवागमन में परेशानी आ रही थी, जिसे देखते हुए एमआर-11 फोरलेन का निर्माण किया जाएगा, जो कि भरतपुरी की रोड से सीधे कनेक्ट होगी। रोड के बनने से अब सीधे नागझिरी पार्श्वनाथ चौराहे की ओर वाहन चालक पहुंच सकेंगे। वर्तमान में लोगों को वीआईपी रोड होते हुए सर्किट हाउस के समीप पहुंचकर देवास रोड होते हुए पार्श्वनाथ चौराहे को पार करते हुए नागझिरी पहुंचना पड़ता है।
शिप्रा विहार के रहवासियों को भी सुविधा मिलेगी। यह सड़क मास्टर प्लान-2021 में प्रस्तावित है, जो कि अब 35 से 45 मीटर तक चौड़ी की जाएगी। इसका निर्माण शुरू हो गया है। यूडीए द्वारा टेंडर किए जाने और एजेंसी फिक्स होने के बाद ठेका कंपनी की ओर से सड़क की खुदाई का कार्य शुरू कर दिया है। इंजीनियरिंग कॉलेज की बाउंड्रीवाल को तोड़कर रास्ते को कनेक्ट किया जाएगा। करीब 12.75 करोड़ रुपए खर्च होंगे।