उज्जैन पहुंचे कॉमेडियन वीआईपी बोले
टेलीविजन और सिनेमा में अपनी अदाकारी से लोगों को हंसाने वाले जाने-माने कॉमेडियन वीआईपी का मानना है कि पिछले एक दशक में सोशल मीडिया के बढ़ते प्रयोग ने साफ-सुथरी कॉमेडी के स्तर को कम किया है। इसलिए अब हास्य में अश्लीलता का समावेश ज्यादा होता जा रहा है। इस पर चिंतन करना जरूरी है। कॉमेडियन वीआईपी का असली नाम विजय ईश्वरलाल पंवार है, जिसे शॉर्ट करके उन्होंने वीआईपी रखा है। वीआईपी अंतरराष्ट्रीय ठहाका सम्मेलन में शिरकत करने उज्जैन आए थे।
शुक्रवार को वीआईपी ने पत्नी और बेटी ध्वनि पंवार के साथ भगवान श्रीमहाकालेश्वर के दर्शन किए। भास्कर से खास चर्चा में वीआईपी ने कहा उज्जैन के लोगों का वेलकम करने का तरीका दुनिया में सबसे प्यारा है। यहां आने पर हर कोई यही कहता रहा कि महाकाल की नगरी में आपका स्वागत है। यह लाइन हर बार मेरे दिल को छू गई, जिसे मैं हमेशा याद रखूंगा। वर्तमान दौर की कॉमेडी पर वीआईपी ने कहा सिनेमा और टेलीविजन में कई बाध्यताएं होती हैं, जिससे हास्य की मर्यादाएं बनी रहती हैं लेकिन सोशल मीडिया में ऐसी कोई बाध्यता नहीं है, जिसके कारण लोग हास्य में अश्लील और भद्दे कमेंट भी शामिल कर लेते हैं, जिससे कॉमेडी का स्तर कुछ कम हुआ है।
इसके लिए हास्य कलाकारों के साथ युवाओं को भी गंभीर होने की आवश्यकता है। युवा हास्य कलाकारों के लिए वीआईपी ने कहा कि अगर लंबे समय तक इस लाइन में टिके रहना है तो साफ-सुथरी कॉमेडी करें। बोल बच्चन सहित कई फिल्मों में अभिनय कर चुके वीआईपी जल्द ही अभिनेता गोविंदा के साथ फिल्म भगवान के लिए छोड़ दो में नजर आएंगे।