सबसे ज्यादा दूषित हवा महाकाल क्षेत्र में
ठंड और शहर में दौड़ते अनगिनत वाहनाें ने प्रदूषण का स्तर खतरनाक स्तर पर बढ़ा दिया है। खतरनाक इसलिए कहा जा रहा है, क्योंकि शहर की मुख्य जगह का एक्यूआई यानी एयर क्वालिटी इंडेक्स स्तर 250 के भी पार पहुंच गया है और वैज्ञानिक रूप से ऐसे वातावरण में सांस लेना बेहद खतरनाक और शरीर में जहर घोलने जैसा है।
हाल ही में रेस्पिरर लिविंग साइंसेज ने देश के प्रमुख 49 शहरों के 5 सालों का पॉल्यूशन डाटा एनालिसिस किया, जिसमें पाया कि उज्जैन के वायु प्रदूषण में 46 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड के अनुसार शहर में सबसे ज्यादा प्रदूषण महाकाल मंदिर क्षेत्र में है। पिछले 10 दिनों में यह आंकड़ा कहीं गुना ज्यादा बढ़ा है। एक्यूआई स्तर 200 के पार चल रहा है, जिसमें अस्वस्थ तो दूर की बात, किसी स्वस्थ व्यक्ति का बाहर निकलना भी स्वास्थ्य की दृष्टि से भी काफी नुकसानदायक है।