ठेकेदार के अंडर में काम करने वालों का भी पुलिस वेरिफिकेशन होगा।
4 जनवरी को श्रद्धालु से मारपीट के मामले में निगम ने एक्शन लिया है। संबंधित ठेकेदार को नोटिस देने की तैयारी कर ली है। साथ ही ऐसी घटना दोबारा न हो, इसके लिए सभी ठेकेदारों को सभ्यता का पाठ पढ़ाने की भी ट्रेनिंग दी जाएगी। इसके अलावा अब नियम में बड़ा बदलाव करते हुए अभी तक जहां ठेकेदारों का ही पुलिस वेरिफिकेशन होता है, लेकिन अब ठेकेदार के अंडर में काम करने वालों का भी पुलिस वेरिफिकेशन होगा।
निगम आयुक्त को महापौर मुकेश टटवाल ने पत्र लिखकर घटना पर कड़ी आपत्ति जताई है। साथ ही ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो, इसके लिए प्लान बनाकर लागू करने के निर्देश दिए हैं। महापौर ने बताया कि पार्किंग पर वाहनों को खड़ा करने में ठेकेदार के कर्मचारी अक्सर श्रद्धालुओं से हाथापाई करने लगते हैं। साथ ही ज्यादा पैसा भी वसूलते हैं। इससे उज्जैन की छवि खराब होती है।
ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ठेकेदार के कर्मचारियों को अब व्यवहारिक पाठ पढ़ाया जाएगा और सभी कर्मचारियों का पुलिस वेरिफिकेशन भी किया जाएगा। जो अब तक सिर्फ ठेकेदार का ही होता था। इसके अलावा भी निगम के कर्मचारियों सप्ताह में एक दिन पार्किंग पर जाकर चैक करेंगे कि कितने कर्मचारी काम कर रहे हैं और उनका व्यवहार कैसा है। उस हिसाब से तय किया जाएगा कि ठेका आगे संचालित होगा या नहीं। इसके अलावा कर्मचारी ड्रेस कोड में रहे, उनके पास परिचय पत्र रहे। इसके भी प्रबंध किए जाएंगे।