जिला व चरक अस्पताल में 256 नर्सों में से 60 मातृत्व और चाइल्ड केयर अवकाश पर
स्वास्थ्य व्यवस्था बेहतर बनाने के लिए जितनी आवश्यकता डॉक्टर्स की है, उतनी ही नर्स और वार्ड बॉय की है। अस्पताल के हर विभाग में एक डॉक्टर के साथ 4 से 5 नर्सों की जरूरत रहती है, लेकिन विभाग को जरूरत ज्यादा है और भर्ती काफी कम। जिला अस्पताल में कुल मिलाकर 256 नर्स हैं, जिनमें से 90 चरक भवन में पदस्थ हैं।
परेशानी इस संख्या से नहीं बल्कि अवकाश पर गई नर्सों के कारण कमी से है। वर्तमान स्थिति में 256 नर्सों में से 60 से भी ज्यादा मातृत्व और चाइल्ड केयर अवकाश पर है, वहीं 10 नर्स की एमएससी ट्रेनिंग जारी है। यहां सालों से 51 स्टाफ नर्सों के पद रिक्त पड़े हैं, जिन पर अब तक भर्ती भी नहीं हो पाई। नर्सों की कमी के चलते शेष स्टाफ पर लोड कई गुना बढ़ जाता है।
कहीं जगह संजीवनी क्लीनिक और अर्बन सेंटर में काम अच्छे से नहीं हो पाते। बहुत सारी सेवाएं जैसे माधवनगर का ओटी, आईसीयू और पीआईसीयू बस स्टाफ की कमी के चलते सालों से शुरू नहीं हो पाते। उल्लेखनीय है कि मातृत्व अवकाश 180 दिन का और चाइल्ड केयर अवकाश 700 दिन का स्वीकृत होने का नियम है। यह अवकाश दो बच्चों तक सीमित है।