महाकाल मंदिर से 35 घंटे में 150 किवंटल लड्डू बिका
नव वर्ष के पहले दिन रिकॉर्ड भक्तों ने महाकाल मंदिर के दर्शन किए थी इस दौरान देश दुनिया से आए भक्त अपने साथ महाकाल का प्रसिद्ध लड्डू प्रसादी भी अपने साथ ले गए थे। 31 दिसम्बर और 1 जनवरी के बीच भक्त महाकाल मंदिर से 150 किवंटल लड्डू प्रसादी अपने साथ ले गए। इस दौरान 11 लाख 50 हजार भक्त दर्शन के लिए महाकाल मंदिर पहुंचे थे।
महाकाल दर्शन करने आये भक्त रिकॉर्ड लड्डू प्रसादी ले गए। महाकाल के लड्डू देश भर में शुद्धता और स्वाद के लिए प्रसिद्ध है। इस बार भक्तो की संख्या बड़ी तो लड्डू प्रसादी की भी रिकॉर्ड बिक्री हुई। महाकाल मंदिर प्रशासक संदीप सोनी ने बताया कि 31 जनवरी को 3 लाख 50 हजार और नव वर्ष पर 1 जनवरी को 8 लाख 50 हजार भक्तों ने महाकाल मंदिर के दर्शन किये इस दौरान करीब 35 घंटे तक मंदिर के अलग अलग लड्डू प्रसादी के काउंटर खुले रहे। लड्डू प्रसादी के काउंटर से 60 लाख रुपए से अधिक के लड्डू प्रसादी भक्त अपने साथ ले गए। इन दो दिनों के लिए मंदिर समिति ने कुल 200 किवंटल लड्डू प्रसादी बनवाई थी।
सावन माह में 3 करोड़ के लड्डू अपने साथ ले गए थे भक्त-
महाकाल मंदिर से 1 जनवरी 2023 से 20 जुलाई 2023 के बीच करीब सात माह में दर्शन करने आये भक्त अपने साथ 27 करोड़ 80 लाख रुपए से अधिक का 7 लाख 73 हजार किलो लड्डू अपने साथ ले गए थे वही 4 जुलाई से श्रावण माह की शुरुआत हुई थी। जुलाई माह में भी रिकॉर्ड लड्डू प्रसादी की बिक्री हुई है। 1 जुलाई से 19 जुलाई के बीच 9200 किलो लड्डू की रिकॉर्ड बिक्री हुई है। करीब 46 किवंटल लड्डू प्रतिदिन बिका है। 19 दिनों में महाकाल मंदिर समिति की लड्डू प्रसादी से 3 करोड़ 70 लाख रुपए की आय हुई थी।
लड्डू प्रसाद की डिमांड देश भर में-
महाकालेश्वर मंदिर में समिति द्वारा श्रद्धालुओं को भगवान महाकाल का लड्डू प्रसाद (शुद्ध घी और बेसन से निर्मित) का विक्रय किया जाता है। प्रतिदिन 50 से 60 किवंटल लड्डू बनता है। पर्व के दिन में अलग से बनाकर रख लिया जाता है। यह लड्डू प्रसाद 100 ग्राम,200 ग्राम, 500 ग्राम और एक किलो के पैकेट में उपलब्ध रहते है। भगवान महाकाल का लड्डू प्रसाद 400 रुपए किलो में मिलता है।