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तीन सौ साल पहले से उज्जैन काल गणना का केंद्र-सीएम


रविवार को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने महाकाल लोक में हेल्दी एवं हाईजेनिक स्ट्रीट फूड हब प्रसादम एवं अन्य कार्यों का लोकार्पण एवं भूमिपूजन के कार्यक्रम के दौरान कहा कि हमारे उज्जैन की रचना में अगर आपको पृथ्वी को समझना है तो उज्जैन की रचना को समझिये सब समझ आ जाएगा। यहां 84 महादेव है। सप्त सागर है। काल का केंद्र महाकाल को केंद्र कहा जाने वाला महाकाल मंदिर है। यह काल की नगरी है यह 300 साल पहले अगर कहीं से काल गणना होती तो उज्जैन से होती थी। ये सेंटर पॉइंट है उज्जैन। हमने इसको लेकर रिसर्च करवाने का काम किया है।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि यहां आप सूर्य को अपना क्रम बदलते और आपकी परछाई को छोड़ते हुए देख सकते है। प्रभु श्री राम अपने पिता का पिंड दान करने यहां आए थे। यहां श्री कृष्ण ने शिक्षा प्राप्त की। महात्मा बुद्ध के काल मे भी उज्जैन का विशेष महत्व रहा। यही से बौद्ध धर्म के प्रचार प्रसार के लिए संघमित्र गए। सम्राट विक्रमादित्य और भर्तहरि की तीसरी जोड़ी यहां जानी गई। मुझे खुशी है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम का एलान यहां उज्जैन से हुआ। उन्होने कहा कि मैंने शपथ ली और मुझे आदेश मिले कि आपको कैबिनेट बैठक लेना है और निर्णय लिया कि खाने पीने का उल्टा पुलटा कुछ नहीं बिकेगा हमने निर्णय लिया और करके दिखाया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि विकास के काम लगातार चलते रहेंगे। इस बार की मकर संक्रांति महिला सशक्तिकरण के लिए होगी।

शुभारंभ कार्यक्रम के दौरान केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने कहा कि मप्र का दिन आज के लिए महत्वपूर्ण दिन है। मुख्यमंत्री की उपस्थिति व उनके ही विधानसभा क्षेत्र में श्री महाकाल के पवित्र स्थान पर आज प्रसादम के द्वारा देश की सबसे पहली स्वस्थ एवं स्वच्छ फूड स्ट्रीट का शुभारंभ किया।

मोदी ने देश को विकसित भारत में इतिहास में पहली बार डेवलोपमेन्ट को हेल्थ के साथ जोड़ा है। विकसित भारत मे नागरिक का स्वस्थ होना भी जरूरी हैं। खाते वक्त क्या ध्यान हमें रखना चाहिए ये आज महाकाल की नगरी से शुरूआत हुई है। आने वाले समय मे हर शहर में ये शुरू होगा। हेल्थ सेक्टर में पिछले 10 साल में काफी बदलाव हुआ है। प्रदेश में 218 करोड़ की लागत से 174 विकास कार्यो का हेल्थ सुविधा को मजबूत करने का लोकार्पण पहली बार हुआ है।

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