विक्रम यनिवर्सिटी के कार्यालय से सीएम की तस्वीर नदारद
करीब छह साल पहले सामान्य प्रशासन विभाग के माध्यम से आदेश जारी हुए थे कि सभी शासकीय कार्यालयों में राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री के साथ ही मुख्यमंत्री की तस्वीर भी लगाई जाएगी। आदेश का पालन सभी विभाग में हो रहा है। वहीं बीस दिन पहले मुख्यमंत्री का दायित्व संभालने वाले डॉ. मोहन यादव की तस्वीर विक्रम विश्वविद्यालय के कुलसचिव कार्यालय में नही लगाई गई। हालांकि कुलपति कार्यालय में सीएम डॉ. यादव की शपथ लेते ही तस्वीर लगा दी थी। कुलसचिव कार्यालय की सीएम डॉ. यादव की तस्वीर नही लगाने को लेकर कारण समझ में नही आ रहा है।
विक्रम विश्वविद्यालय के लिए यह गौरव की बात है कि प्रदेश के मुखिया डॉ. मोहन यादव का गहरा रिश्ता विश्वविद्यालय से रहा है। डॉ. यादव ने जहां विश्वविद्यालय से पढाई करते हुए पीएचडी पूरी की है। वहीं विश्वविद्यालय के कार्यपरिषद सदस्य भी रहे है। इतना ही नही उनके केबिनेट मंत्री बनने के बाद उच्च शिक्षा का दायित्व संभाल चुके है। 13 दिसम्बर को डॉ. यादव के सीएम पद की शपथ लेने के बाद से ही विश्वविद्यालय में उत्सव का माहौल है। इसके बाद भी विश्वविद्यालय के कुलसचिव कार्यालय में राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री,राज्यपाल और डॉ. भीमराव अंबेडर की तस्वीरे तो दिखाई दे रही है, लेकिन सीएम डॉ. मोहन यादव की तस्वीर नदारत है। हालांकि कुलपति कार्यालय में निर्देश का पालन करते हुए पांचवी तस्वीर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के शपथ लेने के बाद ही लगा दी थी। बता दें कि विश्वविद्यालय के कुलपति और कुलसचिव कार्यालय में पहले शिवराज सिंह चौहान की तस्वीर लगी हुई थी। अक्टुबर में आचार संहिता लगने के बाद शिवराज सिंह की तस्वीर हटा दी थी।
सामान्य प्रशासन विभाग से है आदेश
राज्य सामान्य प्रशासन विभाग (जीएडी) द्वारा अप्रैल 2017 को जारी आदेश में राज्य सरकार द्वारा जारी सभी विज्ञापनों में मुख्यमंत्री और प्रधान मंत्री की तस्वीरें अनिवार्य कर दी गई हैं। मध्य प्रदेश सरकार ने सभी राज्य सरकारी कार्यालयों और भवनों में प्रधानमंत्री के साथ मुख्यमंत्री की तस्वीरें अनिवार्य की है। इसके बाद ही शासकीय कार्यालयों में राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री के साथ मुख्यमंत्री की तस्वीर लगाई जाने लगी है।