पुलिस के साए में टैंकर पंप तक पहुंचे, यात्रियों को नहीं मिल सकीं बसें, परेशानी
बस-ट्रक ड्राइवरों की हड़ताल के दूसरे दिन मंगलवार को 22 में से तीन पेट्रोल पंप पर सुबह से पेट्रोल नहीं होने की तख्तियां लटकी हुई थी और रस्सी बांधी हुई थी। वाहन चालक तख्तियां देखकर लौट गए। बाकी के 19 पेट्रोल पंप सुबह से ही संचालित हो रहे थे, जिन पर सोमवार की तुलना में भीड़ काफी कम रही। हड़ताल का असर भी कम ही नजर आया। पुलिस के साए में टैंकर पेट्रोल पंप तक ले जाए गए।
उज्जैन पेट्रोल-डीजल एसोसिएशन का दावा है कि ईंधन की कोई कमी नहीं है। पुलिस व प्रशासन के सहयोग से ईंधन की आपूर्ति हो रही है। एक लाख लीटर से ज्यादा पेट्रोल व दो लाख लीटर से ज्यादा डीजल का स्टॉक है। रात में भी 75-75 हजार पेट्रोल-डीजल आ गया है। टैंकर को कहीं पर भी रोका नहीं गया।
हड़ताल लंबी खिंची तो आएगा यह संकट
हड़ताल लंबी खिंची तो जिले में खाद्य सामग्री, दूध, सब्जी, फल आदि का संकट हो सकता है। व्यापारियों का कहना है कि अभी तो कोई समस्या नहीं है, पर्याप्त मात्रा में खाद्य सामग्री उपलब्ध है। हड़ताल लंबी खिंची तो आगे से सामग्री नहीं आ पाएगी और ऐसे में कुछ संकट खड़ा हो सकता है।
पहले ही दिन वाहनों के टैंक फुल करवा लिए
उज्जैन पेट्रोल-डीजल पंप एसोसिएशन के अध्यक्ष रवि लोहिया ने बताया हड़ताल को देखते हुए पहले ही दिन यानी सोमवार को लोगों ने अपने वाहनों के टैंक फुल करवा लिए। ऐसे में दूसरे दिन पेट्रोल पंपों पर ग्राहकी कम हो गई। पेट्रोल-डीजल का स्टॉक पर्याप्त है।
बसें नहीं चली, यात्री हुए परेशान
नानाखेड़ा बस स्टैंड के बाहर खड़े कुछ लोग गाड़ियों के ड्राइवर को वाहन नहीं चलाने और हड़ताल में शामिल होने का कहते रहे। देवास गेट व नानाखेड़ा बस स्टैंड पर बसें खड़ी रही। यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा।
दूध, दूध से बने उत्पाद की कमी नहीं
दूध की सप्लाई पर कोई असर नहीं पड़ा है। उज्जैन दुग्ध विक्रेता संघ के अध्यक्ष मोहन वासवानी का कहना है कि दूध के वाहन लगातार आ रहे हैं। शहर के लोगों को दूध या दूध से बने उत्पाद की कोई कमी नहीं आने दी जाएगी।
यहां नहीं मिला पेट्रोल
हरिफाटक मार्ग पर गोल्डन पेट्रोल पंप, फ्रीगंज में संचालित वसावड़ा पंप तथा इंदौर रोड पर सहस्रबाहु पेट्रोल पंप पर सुबह पेट्रोल उपलब्ध नहीं था। दोपहर बाद में सहस्रबाहु पर पेट्रोल मिला ।
आमजन की परेशानियां
खुशबू पंचोली जॉब के लिए इंदौर जाने और प्रीति शर्मा प्रतियोगी क्लासेस के लिए इंदाैर जाने के लिए परेशान रही। पं. सुदर्शन पारीक ने बताया यजमान पूजन के बाद बाहर नहीं जा पाए।
निजी वाहनों को डीजल देना बंद किया, रिजर्व किया हजार लीटर डीजल
निगम द्वारा संचालित सिटी बसों पर भी असर दिखा। निगम की करीब 15 बसें संचालित हो रही है। प्रशासन ने इनमें से 7 बसें इमरजेंसी के लिए रखी, वहीं चार बसें इंदौर से उज्जैन के बीच दोपहर बाद शुरू हो पाई। चार अन्य बसें तराना के बीच शुरू हो पाई, जबकि सोमवार शाम को ही ड्राइवर भी हड़ताल में शामिल हो गए थे लेकिन प्रशासन के दबाव के बाद ये बसें फिर सड़क पर उतरी।
इधर, निगम के सरकारी वाहनों में डीजल की कमी न आ जाए। इसके लिए आगर रोड स्थित निगम के पंप से निजी वाहनों को पेट्रोल देना बंद कर दिया है। वहीं रिजर्व में हजार लीटर से अधिक डीजल रखा गया है। इधर, वर्कशॉप प्रभारी उमेश बैस ने बताया कि निगम के वाहनों पर कोई असर नहीं पड़ा है। हमारे पेट्रोल पंप से जरूर निजी वाहनों को ईंधन देना बंद किया गया है।