एक पूर्ण सूर्य ग्रहण के साथ वर्ष 2024 में होंगे चार ग्रहण.. 25 मार्च को होगा पहला प्रतिच्छाया चंद्रग्रहण, भारत में नहीं दिखेंगे
खगोलीय घटनाक्रम के अंतर्गत वर्ष 2024 में चार ग्रहण लगेंगे। वर्ष के सबसे पहले ग्रहण की शुरुआत 25 मार्च को प्रतिच्छाया चंद्रग्रहण से होगी। हालांकि भारत में वर्ष 2024 का कोई भी ग्रहण दृश्य नहीं होगा। शासकीय जीवाजी वेधशाला के अधीक्षक डॉ. राजेंद्रप्रकाश गुप्त ने बताया वर्ष 2024 का पहला ग्रहण 25 मार्च को होगा। 25 मार्च को प्रतिच्छाया चंद्रग्रहण रहेगा।
इसकी शुरुआत 25 मार्च की सुबह 10 बजकर 21 मिनट पर होगी। दोपहर 12 बजकर 42 मिनट 8 सेकंड पर मध्य की स्थिति होगी आैर दोपहर 3 बजकर 4 मिनट 7 सेकंड पर मोक्ष होगा। प्रतिच्छाया चंद्रग्रहण में चंद्रमा का कोई भी भाग पृथ्वी की वास्तविक छाया से नहीं ढंकता है। इसलिए इसे सामान्यत: ग्रहण के रूप में मान्यता नहीं दी जाती है।
चूंकि ग्रहण विदेशाें में रहेगा, इसलिए सूर्य व चंद्र ग्रहण का समय भारत के समय से अलग रहेगा। इसके बाद 8-9 अप्रैल की रात पूर्ण सूर्यग्रहण होगा। पूर्ण सूर्य ग्रहण की शुरुआत रात 10 बजकर 10 मिनट पर होगी। रात 11 बजकर 47 मिनट 3 सेकंड पर मध्य की स्थिति रहेगी और मध्य रात्रि 1 बजकर 24 मिनट 5 सेकंड पर मोक्ष होगा। यह ग्रहण पोलिनेशिया (हवाई द्वीप), उत्तरी अमेरिका, मध्य अमेरिका, ग्रीनलैंड आैर आइसलैंड में दिखाई देगा।
इस ग्रहण का प्रतिशत 100 फीसदी होगा और पूर्णता की अवधि 4 मिनट 32 सेकंड रहेगी। इसके बाद 18 सितंबर को आंशिक चंद्रग्रहण लगेगा। आंशिक चंद्रग्रहण की शुरुआत 18 सितंबर की सुबह 7 बजकर 41 मिनट 8 सेकंड पर होगी। सुबह 8 बजकर 14 मिनट 2 सेकंड पर मध्य की स्थिति होगी और सुबह 8 बजकर 46 मिनट 6 सेकंड पर मोक्ष होगा। यह ग्रहण अंटार्कटिका, पश्चिमी हिंदी महासागर, मध्य-पूर्व अफ्रीका, यूरोप, अटलांटिक महासागर और अमेरिका में दिखाई देगा। इस ग्रहण का प्रतिशत 9 फीसदी होगा।
साल का आखिरी व चौथा सूर्यग्रहण 2-3 अक्टूबर को
साल 2024 का चौथा और आखिरी ग्रहण कंकणाकृति सूर्यग्रहण 2-3 अक्टूबर की रात होगा। कंकणाकृति सूर्यग्रहण की शुरुआत रात 10 बजकर 23 मिनट 6 सेकंड पर होगी। रात 12 बजकर 15 मिनट पर मध्य की स्थिति रहेगी और मध्य रात्रि 2 बजकर 6 मिनट 2 सेकंड पर मोक्ष होगा। यह ग्रहण पोलिनेशिया , पश्चिमी मैक्सिको, गलापागोश, आइसलैंड, दक्षिणी अमेरिका और अंटार्कटिका में दिखाई देगा। कंकणाकृति की अवधि 7 मिनट 21 सेकंड रहेगी। इस ग्रहण का प्रतिशत 93 फीसदी होगा।