अपराधों के रोकथाम में नवाचार के लिए म.प्र. पुलिस को प्रथम पुरस्कार गृह मंत्रालय, भारत सरकार ने किया सम्मानित - जेल एवं फॉरेंसिक विभाग को द्वितीय और प्रॉसीक्यूशन को तृतीय पुरस्कार
उज्जैन 29 दिसम्बर। राष्ट्रीय अपराध रिकार्ड ब्यूरो (एनसीआरबी), गृह मंत्रालय, भारत सरकार
द्वारा मध्य प्रदेश पुलिस को डिजीटल क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन एवं इंटर आपरेबल क्रिमिनल जस्टिस
सिस्टम (आईसीजेएस) का उपयोग करते हुए अपराधों की रोकथाम करने के लिए प्रथम पुरस्कार प्राप्त
हुआ। मध्य प्रदेश पुलिस को आईसीजेएस (इन्टर-आपरेबल क्रिमिनल जस्टिस सिस्टम) के क्रियान्वयन में
सराहनीय कार्य के लिए देश में प्रथम स्थान प्राप्त करने पर ट्रॉफी प्रदान की गई। इसके साथ ही प्रदेश की
फॉरेंसिक शाखा को देशभर में द्वितीय स्थान प्राप्त हुआ है।
नई दिल्ली में 21-22 दिसंबर 2023 को आयोजित "Conference on Good Practices in
CCTNS/ICJS, 2023" में यह पुरस्कार दिया गया। मुख्य अतिथि इंटेलिजेंस ब्यूरो के वर्तमान निदेशक
श्री तपन कुमार डेका, श्री विवेक गोगिया (महानिदेशक, एनसीआरबी) सहित सभी राज्यों के प्रतिभागी
उपस्थित थे।
डीजीपी श्री सुधीर कुमार सक्सेना ने इस उपलब्धि पर एडीजी (एससीआरबी) श्री चंचल शेखर एवं
उनकी पूरी टीम को बधाई दी। उल्लेखनीय है कि डीजीपी द्वारा आईसीजेएस के अधिक से अधिक कारगर
उपयोग के लिए समय-समय पर मैदानी अमले को निर्देशित किया जाता रहा। नियमित समीक्षा भी की
जाती रही। डीजीपी श्री सक्सेना ने कहा कि भविष्य में इसी प्रकार से अपराधों की विवेचना एवं पतारसी में
आधुनिक तकनीक का उपयोग कर अपराधों की रोकथाम करते हुए मध्य प्रदेश पुलिस को नई ऊंचाइयों पर
पहुंचाएं।