आपरेशन मुस्कान में अलिराजपुर में हुए सार्थक प्रयास
संदीप कुलश्रेष्ठ
राज्य शासन की महत्वाकांक्षी योजना आपरेशन मुस्कान में गुम हुए बच्चों को खोजने का एक सराहनीय प्रयास राज्य सरकार द्वारा आरंभ किया गया है। इस अभियान में अलिराजपुर के पुलिस अधीक्षक श्री मनोज कुमार सिंह ने सार्थक प्रयास किए हैं। उनकी अभिनव पहल के कारण अलिराजपुर जिले में गुम हुए कुल 151 बच्चों में से 142 बच्चों को खोज लिया गया। एसपी श्री सिंह के प्रयास से आपरेशन मुस्कान योजना के अर्न्तगत अलिराजपुर जिले में गुम बच्चों को खोज पाने के प्रयास में 94 प्रतिशत सफलता प्राप्त हुई है।
आपरेशन मुस्कान -
आपरेशन मुस्कान के अर्न्तगत अलिराजपुर के पुलिस अधीक्षक श्री मनोज कुमार सिंह को यह सफलता अचानक नहीं मिली। इसके लिए उन्होंने पिछले एक वर्ष के दौरान अथक प्रयास किए। जिले के गुम हुए सभी 151 बच्चों के परिवारों के बारे में पूरी जानकारी प्राप्त की । इसके साथ ही उन्होंने एक उल्लेखनीय काम यह भी किया कि उन्होंने आदिवासी गाँव में जाकर उनके बीच में ही चौपाल लगाई और आदिवासियों से सीधी बातचीत की, उनकी समस्याएँ पूछी और अपने स्तर पर उसका निराकरण भी किया। पुलिस अधीक्षक ने परम्परागत लीक से हटकर गाँव में ग्रामीणों से चर्चा कर उनके बच्चों को पढ़ाने के बारे में समझाया। यही नहीं वे जब गाँव में जाते थे और कोई बच्चे उन्हें अंटी/कंचे खेलते मिल जाते तो वे खुद उनके साथ अंटी और कंचे खेलने लग जाते। इससे उन्होंने ग्रामीण आदिवासियों का विश्वास जीता और इस प्रकार उन्होंने गुम हुए बच्चों और उनके परिवार के चेहरे की मुस्कान वापस लाने का सार्थक प्रयास किया।
89 प्रतिशत आबादी आदिवासी -
उल्लेखनीय है कि अलिराजपुर जिले की 89 प्रतिशत आबादी आदिवासी है। इस जिले के 71 प्रतिशत लोग गरीबी रेखा से जीवन यापन कर रहे है। इस जिले की शिक्षा दर प्रदेश में सबसे कम शिक्षा दरों में से एक है। यहाँ अभी भी 36.6 प्रतिशत शिक्षा की दर है। पुरूष और महिला का लिंगानुपात 1000ः1009 है। यह इस जिले की खास बात भी है। इस जिले के गुम हुए बच्चों में से अधिकतर बच्चे , किशोर और नाबालिग लड़कियाँ थी। गुम हुए बच्चों को पाकर उनके परिवारजनों की खुशी देखते ही बनती थी।
देश में सबसे अधिक गुम बच्चे मध्यप्रदेश ने खोज निकाले -
नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो की ताजा रिपोर्ट में क्राइम इन इंडिया 2020 में बताया गया है कि मध्यप्रदेश में 2020 तक कुल 14,553 बच्चे गुम हुए। इसमें से 11,885 गुम लड़कियाँ थी। गुम लड़के केवल 2,668 थे। इसमें से भी 8,751 बच्चे केवल 2020 कोरोनाकाल में ही गायब हुए थे और विशेष बात इसमें यह है कि इसमें गुम हुई 7,230 नाबालिग लड़कियाँ थी। गुम लड़के केवल 1,521 थे। लापता हुए बच्चों की यह संख्या देशभर में सबसे ज्यादा मध्यप्रदेश में ही है। देशभर में कुल गायब हुए बच्चे 1,08,234 है। इसमें भी सर्वाधिक गुम 79,233 लड़कियाँ है। गुम हुए लड़के केवल 28,976 है। इसमें सुखद बात यह भी है कि वर्ष 2020 में एक वर्ष में ही मध्यप्रदेश की पुलिस ने देशभर में सबसे अधिक बच्चों को खोज भी निकाला है। 2020 में ही 9,944 बच्चों को मध्यप्रदेश पुलिस ने आपरेशन मुस्कान के तहत खोज लिया है। इसमें भी 8,258 लड़कियाँ है। खोज लिए लड़के 1,686 है। इसके लिए मध्यप्रदेश पुलिस बधाई की पात्र है।
अलिराजपुर मुहिम सारे देश में हो लागू -
आपरेशन मुस्कान के अर्न्तगत अलिराजपुर जिले ने जो सार्थक प्रयास किये है और सफलता प्राप्त की है, इस कारण निःसंदेह अलिराजपुर जिले के पुलिस अधीक्षक और उनका पूरा स्टाफ बधाई का पात्र है। इसलिए अलिराजपुर मुहिम को पूरे प्रदेश के साथ ही देशभर में लागू किया जाना चाहिए, ताकि गुम हुए बच्चे वापस उनके माता पिता को मिल सके और उन बच्चों और परिवारजनों के चेहरे पर वापस मुस्कान लाई जा सके।
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