मद्य निषेध सप्ताह मनाया जायेगा
उज्जैन | महात्मा गांधी की जयन्ती के अवसर पर मद्य निषेध सप्ताह 2 से 8 अक्टूबर तक मनाया जायेगा। मद्य निषेध सप्ताह के आयोजन का मुख्य उद्देश्य समाज में बढ़ती हुई मद्यपान की लत एवं नशीले द्रव्यों, मादक पदार्थों के दुष्परिणामों से समाज को अवगत कराना है, ताकि मादक द्रव्य के सेवन की रोकथाम हेतु समाज में एक बेहतर वातावरण बनाकर चेतना का निर्माण हो सके। जिला स्तर से ग्राम पंचायत स्तर तक इसका आयोजन कर शहरी एवं ग्रामीण जनता को मद्यपान, तंबाखू, गुटखा, सिगरेट की लत एवं नशीले मादक पदार्थों के सेवन की बुराईयों से अवगत कराया जायेगा।
सामाजिक न्याय एवं नि:शक्तजन कल्याण विभाग के संयुक्त संचालक ने इस सम्बन्ध में जिले के समस्त जनपद पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों, नगरीय निकायों के मुख्य नगर पालिका अधिकारियों, जन-अभियान परिषद के जिला समन्वयक, नेहरू युवा केन्द्र के जिला समन्वयक, जिला शिक्षा अधिकारी, महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी, खेल एवं युवक कल्याण, आयुक्त नगर निगम, विक्रम विश्वविद्यालय के कुलसचिव तथा पुलिस अधीक्षक को पत्र भेजकर अनुरोध किया है कि मद्य निषेध सप्ताह का अपने-अपने क्षेत्र में आयोजन कर आमजन को मद्यपान की लत एवं उसके सेवन की बुराईयों से अवगत कराया जाये। मद्य निषेध सप्ताह के दौरान सेमीनार, वर्कशॉप, रैली, प्रदर्शन, वाद-विवाद, निबंध, पोस्टर प्रतियोगिताएं एवं नाटक, गीत, नृत्य आदि सांस्कृतिक कार्यक्रम एवं सभाएं आयोजित की जायेगी। सप्ताह के दौरान व्यापक प्रचार-प्रसार के लिये स्थानीय स्वैच्छिक संस्थाओं को प्रेरित किया जायेगा और विशेष रूप से विद्यालय, महाविद्यालयों में मद्य निषेध सप्ताह का आयोजन होगा। जगह-जगह मद्य निषेध से सम्बन्धित प्रतिज्ञा एवं शपथ-पत्र आमजन से भरवाये जायेंगे।
मद्य निषेध सप्ताह के दौरान नशाबन्दी से सम्बन्धित फिल्म प्रदर्शन और प्रदर्शनी का आयोजन भी किया जायेगा। समस्त शैक्षणिक संस्थानों के सहयोग से प्रभात फेरी, शराब से होने वाली हानियों पर वाद-विवाद, भाषण, चित्रकला, नारे एवं निबंध प्रतियोगिता, चर्चाएं एवं गोष्ठियां और सेमीनार का आयोजन किया जायेगा। सामाजिक न्याय विभाग के कला पथक के कलाकारों के द्वारा और अशासकीय कला मण्डलियों के माध्यम से जिले में नशाबन्दी से सम्बन्धित नाटकों का प्रदर्शन किया जायेगा।