गुरूकुल पध्दति से कत्थक सीख रहे देशभर से आए प्रशिक्षणार्थी
श्री मौनतीर्थ गंगाघाट पर चार दिवसीय कत्थक नृत्य की कार्यशाला में प्रशिक्षण दे रहे विश्वविख्यात कत्थक गुरू पं. राजेन्द्र गंगानी
उज्जैन। देश के विश्वविख्यात कत्थक गुरू पं. राजेन्द्र गंगानी द्वारा श्री मौनतीर्थ गंगाघाट पर चार दिवसीय कत्थक नृत्य की कार्यशाला में देशभर से आए 35 से अधिक प्रशिक्षणार्थियों को कत्थक का उच्च एवं सघन प्रशिक्षण दिया जा रहा है। मध्यप्रदेश के अलावा दिल्ली, पुणे, गुजरात, जबलपुर से कत्थक के प्रशिक्षणार्थी यहां गुरूकुल पध्दति से प्रशिक्षण ग्रहण कर रहे हैं।
संयोजक पद्मजा रघुवंशी ने बताया कि प्रतिभा संगीत कला संस्थान द्वारा आयोजित चार दिवसीय कार्यशाला में प्रशिक्षण देने के पीछे पं. राजेंद्र गंगानी का उद्देश्य मध्यप्रदेश में कत्थक को एक विशेष स्थान दिलाने के साथ उसका प्रचार-प्रसार करना है। इसलिए मध्यप्रदेश के कलाकारों के लिए विशेष रूप से यह कार्यशाला आयोजित की गई है। छिंदवाड़ा से पधारी प्रीति सक्सेना ने बताया कि इस कार्यशाला से हम बहुत लाभान्वित हो रहे हैं तथा इस तरह की कार्यशाला प्रतिवर्ष यदि आयोजित की जाती है तो निश्चित रूप से कत्थक का भविष्य मध्यप्रदेश में उच्च कोटि का होगा और इतने विख्यात और निष्णात गुरु आकर प्रशिक्षण देते हैं तो यह हमारा सौभाग्य है। पं. राजेंद्र गंगानी द्वारा यहां कत्थक की बारीकियों को सिखाया जा रहा है। चार दिवसीय सघन कत्थक प्रशिक्षण कार्यशाला आवासीय एवं गुरुकुल पद्धति पर आधारित है जिसमें शिष्य अपने गुरु के साथ चार दिवस रहकर प्रशिक्षण ग्रहण कर रहे हैं। पद्मजा रघुवंशी ने बताया कि इस तरह की गुरूकुल पध्दति पर आधारित कार्यशाला को प्रतिवर्ष कराये जाने का प्रयास किया जाएगा। दिल्ली के रवि प्रकाश ने बताया कि अपने गुरु के सानिध्य में रहकर इस तरह से प्रशिक्षण प्राप्त करना एक विशिष्ट अनुभव भी है और बारीकियों को सीखने का सुनहरा अवसर भी।