उज्जैन जिले में कार्यालयीन कार्य के लिए कंप्यूटर आधारित कागज रहित कार्यप्रणाली अपनाई जाएगी
ई ऑफिस प्रोजेक्ट की जानकारी कार्यालय प्रमुखों को दी गई
उज्जैन | उज्जैन जिले में कार्यालयीन कार्य करने के लिए त्वरित, सुरक्षित, पेपर लेस, कंप्यूटर आधारित कार्यप्रणाली अपनाई जाएगी। पेपर से नान पेपर की ओर जाने के लिए उज्जैन में पायलट प्रोजेक्ट लांच किया जा रहा है। इस संबंध में ई-ऑफिस सॉफ्टवेयर की जानकारी आज मेला कार्यालय में जिले के सभी कार्यालय प्रमुखों को दी गई।
प्रारंभिक तौर पर कलेक्टर कार्यालय एवं भू अभिलेख कार्यालय में इस प्रोजेक्ट को लांच किया जाएगा। दिसंबर-2019 के अंत तक जिले के कार्यालयों में ई-ऑफिस के माध्यम से नोट शीट एवं विभिन्न कार्यालयीन कार्य किए जाएंगे। इस हेतु प्रत्येक विभाग से 1-1 अधिकारी, कर्मचारी को ई-ऑफिस का गहन प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा.
कलेक्टर शशांक मिश्र की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में उक्त आशय की जानकारी जिला सूचना विज्ञान अधिकारी श्री धर्मेंद्र यादव द्वारा प्रदान की गई. बैठक में अपर कलेक्टर श्री ऋषव गुप्ता, श्रीमती बिदिशा मुखर्जी एवं जिले के विभिन्न विभागों के कार्यालय प्रमुख मौजूद थे।बैठक में जानकारी दी गई कि ई-ऑफिस का प्रमुख उद्देश्य पेपर से लेस पेपर की ओर जाना है। वर्तमान में कार्यालय में फाइलों का संधारण, प्रचलन तथा नोट सीट का प्रचलन ई-ऑफिस के माध्यम से किया जाएगा। यह पूर्णता सुरक्षित एवं गोपनीय रहेगा। सभी अधिकारी कर्मचारियों के नाम से ईमेल बनाए जाएंगे। जिले के कार्यालयों कि प्रत्येक शाखा में कंप्यूटर स्कैनर सहित कंप्यूटर सिस्टम उपलब्ध कराया जाएगा एवं कार्यालय के अधिकारी कर्मचारियों को प्रशिक्षित किया जाएगा। प्रत्येक कार्यालय में एक आईटी प्रभारी व मास्टर ट्रेनर चयनित किया जाएगा जो सभी शाखा के संबंधित कार्यों को सूची बद्ध करेगा। सभी कार्यालय के अधिकारियों के ई-साइन तैयार करवाए जाएंगे। श्री यादव ने बताया कि ई ऑफिस सॉफ्टवेयर के अंतर्गत आने वाले पत्रों का ई डायरी में रजिस्टर्ड करना ,पत्र व्यवहार पर हस्ताक्षर करना, नोट शीट तैयार करना, नोट शीट की टैगिंग करना, यूनिकोड का अनुपालन करना आदि कार्य आसानी से किए जा सकेंगे।