पर्यूषण का प्रथम दिन, श्री महावीर तपोभूमि में श्रावक संस्कार शिविर प्रारंभ सबसे क्षमा सबको क्षमा
उत्तम क्षमा धर्म से प्रारंभ होगा दशलक्षण महापर्व
उज्जैन। सबको क्षमा सबसे क्षमा से प्रारंभ होगा पर्यूषण का महापर्व श्री महावीर तपोभूमि में ब्रह्मचारिणी प्रभा दीदी ने कहां है कि प्रथम दिन से ही हमें अपने अंदर क्षमा का भाव लाना चाहिए और उसे पूरे वर्ष भर निभाना चाहिए पंच इंद्रिय जीव से क्षमा मांग कर अपने जीवन को सार्थक बनाना चाहिए क्षमा से अपनी आत्मा का कल्याण होता है और हम परमात्मा की राह पर चल निकलते हैं क्षमा मांग लेना और क्षमा करना वीरों का प्रथम आभूषण होता है।
शांतिनाथ दिगंबर जैन मंदिर बोर्डिंग में मुनि श्री मार्दवसागर जी महाराज ने कहा कि क्षमा इस संसार का सबसे बड़ा धर्म है जो क्षमा करना सीख जाता है वह सबसे बड़ा मानव कहलाता है और जो क्षमा मांगना सीख जाता है वह सबसे महान मानव कहलाता है।
श्री महावीर तपोभूमि ट्रस्ट के सह सचिव डॉ सचिन कासलीवाल ने बताया कि श्रीदिगंबर जैन समाज के महापर्व राज पर्युषण पर्व मंगलवार से शुरू इस दिन अधिकांश लोगों का मीठे का त्याग होता है। इन दस दिनों में श्रावक अपनी शक्ति अनुसार व्रत उपवास आदि करते है। ज्यादा से ज्यादा समय भगवन की पूजा अर्चना में व्यतीत किया जाता है। इस मौके पर देशभर में दिगंबर जैन मंदिरों में आकर्षक भव्य रोशनी की गई। जैन मंदिरों में आगामी दस दिनों तक अभिषेक, शांतिधारा, नित्य नियम पूजा, दसलक्षण पूज की जाएगी। प्रथम दिन उत्तम क्षमा धर्म की पूजा अर्चना की गई। आगामी दिनों में उत्तम मार्दव, उत्तम आर्जव, उत्तम शौच, उत्तम सत्य, उत्तम संयम, उत्तम तप, उत्तम त्यागख् उत्तम अकिंचन्य, उत्तम ब्रह्मचर्य की पूजा की जाएगी। उज्जैन में के संपूर्ण 16 ही दिगंबर जैन मंदिरों में नित नियम की पूजा 10 लक्षण धर्म की पूजा एवं अनेक धार्मिक सांस्कृतिक आयोजन कार्यक्रम होते हैं।
श्री महावीर तपोभूमि में श्रावक संस्कार शिविर प्रारंभ हुआ जहां पर लगभग 200 लोगों ने अपनी स्वीकृति प्रदान की जो 10 दिन तक ही श्री महावीर तपोभूमि में रहेंगे।
तपोभूमि प्रणेता मुनि श्री प्रज्ञासागर जी मुनिराज के आशीर्वाद से बालब्रम्हचारिणी बहिन श्री डॉ.प्रभादीदी जबलपुर के सानिध्य में श्री महावीर तपोभूमि उज्जैन में प्रतिवर्ष की तरह इस वर्ष भी दश लक्षण महापर्व के अवसर पर आयोजित ष्श्रावक संस्कार शिविर
3 सितंबर से 12 सितंबर
धर्मानुरागी महानुभावों, सादर जयजिनेन्द्र........
श्री महावीर तपोभूमि उज्जैन में प्रतिवर्ष की तरह इस वर्ष भी दश लक्षण महापर्व के अवसर तपोभूमि प्रणेता मुनि श्री प्रज्ञासागर जी मुनिराज के आशीर्वाद से बालब्रम्हचारिणी बहिन श्री डॉ.प्रभादीदी जबलपुर के सानिध्य में 3 सितंबर से 12 सितंबर तक ष्श्रावक संस्कार शिविरष्आयोजित किया जा रहा है।आप सभी से निवेदन है कि शिविर में शामिल होकर धर्मलाभ लेते हुए आत्म साधना करें एवं दश लक्षण पर्व का यथाविधि लाभ उठाएं।
मांगलिक कार्यक्रम......
प्रातः5 बजे- सामायिक एवं मांगलिक पाठ
प्रातः6 बज-देव दर्शन
प्रातः 6.30 बजे जिनेंद्र आराधना एवं पर्व पूजा- पण्डित श्री श्रेयस जैन के निर्देशन में
प्रातः 9 बजे से धर्म देशना-बा. ब्रम्ह. डॉ. प्रभादीदी द्वारा
प्रातः 10.30 बजे से शुद्ध सात्विक एवं मर्यादित भोजन
दोपहर -12 बजे से मन्त्र जाप एवं विश्राम
दोपहर-2 बजे से तत्वार्थ सूत्र की वाचना एवं व्याख्या दीदी जी द्वारा
शाम- 5 बजे से फलाहार
शाम- 5.30 बजे से श्रावक प्रतिक्रमण- पं.श्रेयस जैन द्वारा
शाम-6.30 बजे से आरतीध्भक्तिध्प्रवचन
रात्रि-7.30 बजे से सांस्कृतिक प्रस्तुति..प्रज्ञा कला मंचध्प्रज्ञा पुष्प मंचध्प्रज्ञा बाल मंच द्वारा
रात्रि 9 बजे से विश्राम
ध्यान दें...
1.सभी शिविरथियों को 2 सोमवार तक सितम्बर की रात्रि 8 बजे तक तपोभूमि आना अनिवार्य था
2.सभी शिविरथियों को दो जोड़ी वस्त्र समिति की ओर से दिये जायेंगे।
3.शिविरार्थियों को एक चिटाई,एक आसन और एक किट भी दिया जाएगा।
4.शिविरार्थी ओढ़ने के लिए एक चादर अपने साथ लेकर आएं।
5.शिविरार्थी दैनिक उपयोग में आने वाली आवश्यक चीजें भी साथ में लेकर आएं।
नोट-शिविरार्थियों को भोजन,फलाहार,वस्त्र,चिटाई,आसन स्टेशनरी किट आदि संपूर्ण वस्तुएं महावीर तपोभूमि ट्रस्ट मुहैया कराएगा कमल मोदी(अध्यक्ष),शिविर संयोजिका-श्रीमती सारिका जैन एवं श्रीमती स्नेहलता सौगानी चंदा बिलाला रमेश जैन संस्थापक अध्यक्ष अशोक जैन चाय वाले सचिव दिनेश जैन सुपर फार्मा कोषाध्यक्ष इंदर मल जैन उपाध्यक्ष विमल जैन धर्मचंद पाटनी सकोषाध्यक्ष अतुल सोगानी प्रज्ञा कला मंच के अध्यक्ष सुलोचना सेठी सचिव अंजू ओम जैन राजेंद्र लुहाडिया संजय जैन भूषण जैन सुनील जैन ट्रांसपोर्ट धर्मेंद्र सेठी पवन बोहरा धीरेन सेठी संजय बड़जात्या आदि संपूर्ण ट्रस्ट के लोगों ने समाज के अधिक से अधिक धर्मावलंबी लोग महावीर तपोभूमि पहुंचने का निवेदन किया।
सदी के प्रथम दिगंबर आचार्य शांति सागर जी महाराज का शताब्दी समारोह
38 साल की दीक्षा में साढे 27 साल उपवास किए शांति सागर जी महाराज
उज्जैन।। श्री शांतिनाथ दिगंबर जैन मंदिर बोर्डिंग में मार्दवसागर जी महाराज के सानिध्य में सदी के प्रथम दिगंबर पूज्य आचार्य शांति सागर जी महाराज का शताब्दी दिवस समारोह मनाया जिसमें सर्वप्रथम भगवान के अभिषेक शांतिधारा 8 बजे ,शांति सागर महाराज जी का चित्र अनावरण व दीप प्रज्वलन एवं प्रातः 8.30 बजे मुनि श्री मार्दवसागर जी महाराज का आशीर्वाद स्वरुप मंगल प्रवचन का आयोजन तत्पश्चात शाम को आचार्य शांतिसागर जी महाराज त्यागी भवन कलाल सेरी नमक मंडी में शाम 7 बजे आचार्य श्री शांतिसागर जी महाराज के संस्मरण प्रवचन आरती एवं भक्तामर के 48 दीपों से विशेष आरती का आयोजन किया संपूर्ण कार्यक्रम में बोर्डिंग मंदिर के अध्यक्ष इंदर चंद जैन महेंद्र लुहाडिया हीरालाल बिलाला ललित सेठी आदि
मुनि श्री मार्दवसागर जी महाराज ने अपने प्रवचन में बताया कि आचार्य श्री ने अपनी 38 साल की दीक्षा में लगभग साढे 27 साल उपवास किए 18 साल की उम्र में ब्रह्मचारी व्रत पालन करना प्रारंभ किया दीक्षा काल में पूरे भारतवर्ष में 20000 किलोमीटर पैदल भ्रमण किया दक्षिण से लेकर उत्तर तक भ्रमण किया भ्रमण के दौरान हजारों लोगों का मदिरापान एवं मांसाहार का त्याग करया उनको आजीवन घी और तेल का त्याग था 83 साल की उम्र में कुंठगिरी तीर्थ क्षेत्र पर 34 दिन की सल्लेखना समाधि पूर्वक मरण देवलोक गमन हुआ