32 वर्षों से सेवा दे रहे बाबा महाकाल की सवारी में
उज्जैन। आज भूतभावन बाबा महाकाल की शाही सवारी निकलेगी जिसमें लाखों श्रध्दालु बाबा महाकाल के दर्शन करेंगे तथा सैकड़ों भक्त बाबा महाकाल तथा श्रध्दालुओं की सेवा करेंगे। ऐसे ही एक बाबा महाकाल के एक भक्त हैं मिलिंद पन्हालकर जो पिछले 32 वर्षों से बाबा की प्रत्येक सवारी में शामिल होकर हर सवारी में अपनी सेवाएं दे रहे हैं।
मिलिंद पन्हालकर के अनुसार पहली बार शाही सवारी में 1987 में बाबा महाकाल की सवारी में शामिल हुए थे। तब से अब तक 32 साल में उन्होंने बाबा महाकाल की प्रत्येक सवारी में न सिर्फ शामिल हुए बल्कि अपनी सेवाएं दी। पन्हालकर मूल रूप से इंदौर के निवासी थे शासकीय सेवा में उज्जैन में पदस्थापना हुई लेकिन बाबा महाकाल में आस्था के कारण वे उज्जैन में ही बस गए। पन्हालकर के कुल देवता मंगेश (गोवा) हैं जो भगवान शंकर का रूप हैं। उनका बाबा महाकाल से इतना लगाव है कि जब से बाबा महाकाल की आराधना के लिए होने वाला श्रावण महोत्सव प्रारंभ हुआ है उन्होंने एक भी प्रस्तुति नहीं छोड़ी, वे हर रविवार को होने वाली प्रस्तुति में शामिल हुए। मिलिंद पन्हालकर सारस्वत ब्राह्मण है जो श्रावण मास को अमावस्या से अमावस्या तक मानते हैं, राजा महाकाल की सेवा का प्रतिफल मानते हैं कि उन्हें एक हाॅरर फिल्म में राजा की भूमिका मिली तथा चल कावड़िये शिव के धाम में रामघाट पर अभिनय किया।