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टीएल में जानकारी नहीं लाने पर मंडी का ग्रेडिंग सुपरवाइजर निलंबित


कलेक्टर ने कहा लापरवाही बरतने वालों पर कड़ी कार्रवाई जारी  रहेगी 
उज्जैन | कलेक्टर श्री शशांक मिश्र ने आज टीएल बैठक में  अधिकारियो  द्वारा  अपने स्थान पर अधीनस्थ को भेजने पर कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए मंडी सचिव की ओर से प्रतिनिधित्व करने आए ग्रेडिंग सुपरवाइजर  प्रवीण  चौहान  को सीएम हेल्पलाइन एवं  समय सीमा  के  लंबित  प्रकरणों  की जानकारी नहीं होने पर तत्काल प्रभाव से निलंबित करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने साथ ही सभी जिला अधिकारियों को चेतावनी दी है कि वे मुख्यमंत्री हेल्पलाइन एवं समय सीमा के पत्रों की पेंडेंसी एक सप्ताह में निराकृत करें। बैठक में अपर कलेक्टर श्रीमती बिदिशा मुखर्जी  तथा राजस्व एवं अन्य विभागों के जिला अधिकारी मौजूद थे।

   कलेक्टर ने टीएल बैठक में नहीं आने पर जेल अधीक्षक को नोटिस जारी करने के निर्देश दिए हैं तथा कहा है कि पूर्व में  जितने भी  अधिकारियों को  कारण  बताओ सूचना पत्र  जारी किए गए हैं, उनके विरुद्ध क्या कार्रवाई की गई है इसका प्रतिवेदन  आज  ही प्रस्तुत किया जाए। राजस्व एवं अन्य विभागों के  जिला अधिकारियों पर नाराजगी व्यक्त करते हुए  कलेक्टर  ने कहा कि   टी  एल  के  कई  मामलों में   वर्ष 2016 से कोई जवाब नहीं दिया जा रहा है । उन्होंने कहा इसतरह   पत्रों पर समय सीमा दर्ज करने का कोई औचित्य नहीं रह जाता है।  

कलेक्टर  ने  राजस्व विभाग की विभिन्न संयुक्त एवं डिप्टी कलेक्टर्स की शाखाओं में भी प्रकरण लंबित रहने पर सख्त नाराजगी व्यक्त करते हुए  कहां है कि भविष्य में इस तरह की पुनरावृत्ति न की जाए।  उन्होंने  नगर निगम  की ओर से आए अधिकारी को भी सख्त हिदायत दी है कि वे प्रकरणों में निराकरण  का स्टेटस लेकर आए  न  कि यह  बताएं कि   प्रकरण  इस  ज़ोन  में  या  उस  विभाग में   लंबित है,  यह नहीं सुना जाएगा। 

एवजी  नहीं चलेंगे ,कलेक्टर ने सख्ती दिखाई
   टीएल बैठक में आमतौर पर विभागीय जिला  अधिकारी अपने अधीनस्थ अधिकारी को  एवजी के रूप में भेज देते हैं, जिन्हें कोई जानकारी नहीं होती है ।कलेक्टर ने इस प्रवृत्ति पर लगाम लगाने के लिए आज मंडी सचिव की ओर से भेजे गए अधीनस्थ कर्मचारी को निलंबित करने के निर्देश देते हुए सभी अधिकारियों को सख्त हिदायत दी है कि वे यदि उनके स्थान पर किसी अन्य व्यक्ति को भेजते हैं तो इसकी पूर्व में अनुमति  ली जाए। साथ  ही  उन्होंने  कहा  है  कि  जो अधीनस्थ  अधिकारी मीटिंग में आ रहे है वे संपूर्ण जानकारी के साथ आए, केवल बैठक  में  उपस्थिति  दर्ज  करवाने  के  लिए ही  ना आए, अन्यथा   कार्यवाही  की जाएगी।

रजिस्ट्री प्लाट की और सौदा मकान का, अब नहीं चलेगा
   कलेक्टर ने जिला पंजीयक को कहा है कि उनके पास ( कलेक्टर के ) इस तरह की शिकायते  आई है कि कतिपय लोग प्लाट की रजिस्ट्री करके मकान बनाकर बेच रहे हैं। उन्होंने इस तरह के कुछ प्रकरण जिला पंजीयक  को प्रेषित करते हुए निर्देशित किया है कि वह ऐसे मामलों की जांच करें तथा दोषी पाए जाने पर संबंधित व्यक्ति के विरुद्ध एफ आई आर दर्ज करवाएं।

सीएम हेल्पलाइन में सुस्ती बर्दाश्त नहीं
   कलेक्टर ने बैठक में सीएम हेल्पलाइन की समीक्षा करते हुए सभी अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे संतुष्टि कारक जवाब के साथ सीएम हेल्पलाइन को एल  वन  लेवल  पर ही  निराकृत करे। उन्होंने मुख्य चिकित्सा एवम स्वास्थ्य अधिकारी को सीएम हेल्पलाइन में प्रसूति सहायता के लंबित सभी प्रकरणों का निराकरण आगामी चार दिवस में  करने  के  निर्देश  दिए। यदि उक्त प्रकरणों का निराकरण दी गई समय सीमा में नहीं होता है तो कलेक्टर द्वारा कार्रवाई के लिए संभागायुक्त को उनका प्रकरण भेज दिया जाएगा।

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