top header advertisement
Home - उज्जैन << जैन धर्म में रक्षाबंधन पर्व का विशेष महत्व’

जैन धर्म में रक्षाबंधन पर्व का विशेष महत्व’



700 श्रीफल समर्पित कर देश की और धर्म की रक्षा का संकल्प दिलाया -मुनि श्री मार्दवसागर जी महाराज
भगवान के श्री चरणों में राखी समर्पित कर देश और धर्म ध्वजा लहराई श्री महावीर तपोभूमि में

उज्जैन। उज्जैन धार्मिक एवं पौराणिक नगरी उज्जैन में रक्षाबंधन पर्व का जैन धर्म में एक अलग ही महत्व है संपूर्ण जैन धर्म के लोग इस पर्व
विशेष तौर पर धूमधाम से भक्ति पूर्वक मनाते हैं सभी दिगंबर जैन मंदिरों में सुबह सर्वप्रथम अभिषेक शांतिधारा पूजा होती है तत्पश्चात श्रीयश नाथ भगवान को मोक्ष कल्याणक का निर्वाण लाडू चढ़ाया जाता है उसके बाद रक्षाबंधन पर्व प्रारंभ होता है शांतिनाथ दिगंबर जैन मंदिर बोर्डिंग में मुनि श्री मार्दवसागर महाराज जी के सानिध्य में विधान की रचना कर 700 श्रीफल श्री जी को समर्पित किए गए तत्पश्चात मुनि श्री द्वारा समाज को प्रवचन के माध्यम से आज के दिन का महत्व बताया एवं देश और धर्म की रक्षा का संकल्प दिलाया वहीं श्री महावीर तपोभूमि में मनी श्री प्रज्ञा सागर जी महाराज के आशीर्वाद से श्री महावीर स्वामी को के चरणों में राखी समर्पित कर देश की ध्वजा तिरंगा फहराया गया तत्पश्चात धर्म ध्वजा भी फहराया गया संपूर्ण समाज में स्वल्पाहार एवं लड्डू भी वितरित किए गए।

संपूर्ण जानकारी देते हुए डॉ सचिन कासलीवाल ने बताया कि रक्षाबंधन के दिन ’आज 700 मुनिराज का उपसर्ग दूर हुआ’ जैन धर्म के अनुसार ’श्री राम जी और हनुमान जी ने आज ही के दिन दीक्षा ली थी’ ’लव कुश का जन्म दिवस है’ ’श्रेयांसनाथ भगवान का निर्वाण महोत्सव है’ ’आदिनाथ भगवान के 1008 नामों मैं से स्वतंत्र नाम भी एक है’ श्री महावीर तपोभूमि संपूर्ण कार्यक्रम में विशेष तौर पर संस्थापक अध्यक्ष अशोक जैन चायवाला अध्यक्ष कमल मोदी सचिव दिनेश जैन सुपर फार्मा कोषाध्यक्ष इंदर मल जैन उपाध्यक्ष विमल जैन धर्मचंद पार्टी अतुल सोगानी संजय जैन सारिका जैन सिम्मी जैन धीरेंद्र सेठी विनी बखारिया विनीता कासलीवाल शरद बिलाला हेमंत गंगवाल भूषण जैन संपूर्ण आयोजन विधि विधान से कराने के लिए पेनड्राइव से आए पंडित सुदर्शन जैन श्रीयश जैन आदि कई लोग मौजूद थे। शांतिनाथ दिगंबर जैन मंदिर बोर्डिंग में अध्यक्ष इंदर चंद जैन तेज कुमार विनायका महेंद्र काका लुहाडिया हीरालाल बिलाला ललित जैन सुशीला कासलीवाल सोहन लाल जैन राजेश जैन आदि कई लोग मौजूद थे।

Leave a reply