विश्व आदिवासी दिवस पर समाज के बलिदानियों को याद किया जाना चाहिये - विधायक श्री मालवीय
कालिदास अकादमी में कार्यक्रम आयोजित हुआ
उज्जैन | विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर आज कालिदास अकादमी के पं.सूर्यनारायण संकुल में कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में आदिवासी समाज की जिले की प्रतिभाओं का सम्मान किया गया तथा रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किये गये। इसके बाद मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ के उद्बोधन का सीधा प्रसारण किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि घट्टिया विधायक श्री रामलाल मालवीय थे। इस अवसर पर जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री नीलेश पारिख, अतिरिक्त मुख्य कार्यपालन अधिकारी सुश्री कीर्ति मिश्रा एवं जिला संयोजक सुश्री अनुराधा सकवार सहित बड़ी संख्या में समाजजन एवं छात्र-छात्रा मौजूद थे।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि श्री रामलाल मालवीय ने कहा कि आज का दिन विश्व में आदिवासी दिवस के रूप में मनाया जा रहा है। इस अवसर पर हमें देश और प्रदेश के आदिवासी स्वतंत्रता संग्राम सैनानियों की याद अवश्य करना चाहिये। उन्होंने कहा कि बिरसा मुंडा और हमारे प्रदेश के टंट्या भील ऐसे स्वतंत्रता संग्राम सैनानी हैं, जिन्होंने देश के लिये बलिदान दिया है। उन्होंने यह भी कहा कि हमें इस बात पर विचार करना चाहिये कि आदिवासी समाज मुख्य धारा में कैसे आये। श्री मालवीय ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ ने विश्व आदिवासी दिवस पर सार्वजनिक अवकाश घोषित कर निश्चित रूप से इस दिशा में पहल की है।
प्रतिभाओं का सम्मान किया
विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर कालिदास अकादमी में आयोजित कार्यक्रम में आदिवासी समाज की नृत्यांगना एवं मेधावी छात्रा कु.किंशुक बारिया, गायक श्री मुकेश गौड़, प्रतिभाशाली छात्रा सुश्री विजेता कनेल, सविता पंवार, छात्र श्री उमेश पंवार, सुरेन्द्र डिंडोर, किशन सिसौदिया, सुनील सेनानी, राकेश एसके, रविन्द्र सिंह का सम्मान किया गया। कार्यक्रम की शुरूआत में क्षेत्र संयोजक श्री सोलंकी द्वारा विश्व आदिवासी दिवस की महत्ता पर प्रकाश डाला गया। आदिम जाति कल्याण विभाग के मुख्यालय से आये अधिकारी श्री मुकेश साहू ने वर्तमान में आदिवासी समाज द्वारा किये गये उल्लेखनीय कार्यों का ब्यौरा प्रस्तुत किया। कार्यक्रम में छात्र-छात्राओं द्वारा आकर्षक आदिवासी नृत्य प्रसतुत किये गये। कार्यक्रम में श्री नाथुसिंह भाटी, श्री सुरेश राठौर, श्री गणेश धाकड़ सहित आदिम जाति कल्याण विभाग के कर्मचारी मौजूद थे।