दस्तक अभियान दौरान चिन्हांकित न्यूनतम हीमोग्लोबिन वाले बच्चों की मदद के लिए आगे आए शासकीय सेवक "सफलता की कहानी"
अब तक 673 शासकीय सेवकों द्वारा स्वेच्छा से किया रक्त दान
सिवनी | दस्तक अभियान दौरान सिवनी जिले में चिन्हांकित न्यूनतम हीमोग्लोबिन वाले 0 से 5 वर्ष के बच्चों की मदद के जिला प्रशासन मशीहा बनकर सामने आया है। शासन के इस महत्वपूर्ण अभियान में दस्तक दल द्वारा सम्पूर्ण जिले में लगभग 1250 ऐसे बच्चो का चिन्हांकन किया गया। जिनका हीमोग्लोबिन स्तर इतना कम है कि इन बच्चो को सीधे रक्त चढ़ने की आवश्यकता थी। इतने अधिक रक्त की तत्काल आपूर्ति हेतु कलेक्टर श्री प्रवीण सिंह द्वारा जिला प्रशासन के अधिकारियों कर्मचारियों से स्वेच्छिक रक्तदान अपील की गई। जिसमें जिले सभी के द्वारा इन बच्चो को अपनी जिम्मेदारी मानते हुए रक्तदान शिविर में उत्साह पूर्वक भाग लिया। विगत 23 जुलाई को हुए प्रथम चरण में 352 यूनिट रक्त अधिकारी कर्मचारियों द्वारा दिया गया।
विभागीय अधिकारी कर्मचारियों का यह उत्साह गुरुवार 1 अगस्त को भी दिखाई दिया। प्रातः 9 बजे से ही आदिम जाति कल्याण विभाग एवं वन विभाग के शासकीय सेवक रक्त दान हेतु जिला चिकित्सालय पहुँचने लगे। सभी शासकीय सेवक जरूरतमंद बच्चों को अपनी नैतिक जिम्मेदारी मानते हुए रक्तदान किया। जिसमें आदिम जाति कल्याण विभाग द्वारा निर्धारित 200 यूनिट लक्ष्य के विरुद्ध 257 यूनिट रक्तदान किया साथ ही वनविभाग सहित अन्य व्यक्तियों द्वारा 64 यूनिट रक्तदान किया। 1 अगस्त को आयोजित द्वितीय चरण में 321 व्यक्तियों द्वारा स्वेच्छिक रक्तदान किया। सभी को कलेक्टर श्री प्रवीण सिंह द्वारा प्रशस्ति पत्र एवं एक- एक पौधा देकर प्रौत्साहित किया गया।