top header advertisement
Home - उज्जैन << मानव स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ करने वाले मिलावटखोरों से सख्ती से निपटा जायेगा

मानव स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ करने वाले मिलावटखोरों से सख्ती से निपटा जायेगा



सूचना देने वाले को मिलेगा ईनाम, स्वास्थ्य मंत्री श्री सिलावट ने प्रशासनिक अधिकारियों को दिये निर्देश 
उज्जैन | लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट ने उज्जैन प्रवास के दौरान सर्किट हाऊस पर जनप्रतिनिधियों एवं प्रशासनिक अधिकारियों की बैठक ली। बैठक में स्वास्थ्य मंत्री ने प्रशासनिक अधिकारियों को निर्देश दिये कि मानव स्वास्थ्य के साथ किसी भी हालत में खिलवाड़ न होने पाये, ऐसे मिलावटखोरों से सख्ती के साथ निपटा जाये और उन पर कड़ी कार्यवाही की जाये। उन्होंने निर्देश दिये कि मिलावटखोरों को चाहे रासुका, जिलाबदर जो भी कड़ी से कड़ी सजा हो, वह दी जाये, परन्तु मानव स्वास्थ्य का किसी भी हालत में ध्यान रखा जाये। स्वास्थ्य मंत्री श्री सिलावट ने कलेक्टर श्री शशांक मिश्र को निर्देश दिये कि खाद्य पदार्थों में मिलावट की सूचना देने वाले व्यक्ति को जिला प्रशासन की ओर से ईनाम दिया जाये। सूचना देने वाले व्यक्ति की पहचान गोपनीय रखी जाये।
स्वास्थ्य मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट ने खाद्य पदार्थों में मिलावट की निरन्तर जांच एवं उन पर की जा रही कार्यवाही के लिये संभागायुक्त श्री अजीत कुमार, आईजी श्री राकेश गुप्ता, कलेक्टर श्री शशांक मिश्र, पुलिस अधीक्षक श्री सचिन अतुलकर की प्रशंसा करते हुए उन्हें पुष्पहार पहनाकर सम्मानित किया। स्वास्थ्य मंत्री ने प्रशासनिक अधिकारियों को निर्देश दिये कि दोषियों को छोड़े नहीं, उनके साथ सख्त से सख्त कार्यवाही की जाये। राज्य सरकार मिलावटखोरी रोकने पर गंभीर है। जिस तरह का दूध के रूप में सफेद जहर का कारोबार सामने आया है, वह जघन्य अपराध है। किसी भी हालत में इस कारोबार को रोका जाना अतिआवश्यक है। मानव स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ के इस गंभीर मामले को हम सब मिलकर अनिवार्य रूप से रोकने का हरसंभव प्रयास करेंगे। इस प्रकार की कार्यवाही पूरे प्रदेश में की जा रही है। स्वास्थ्य मंत्री ने निर्देश दिये कि तहसील स्तर से लगाकर जिला स्तर और संभाग स्तर पर मिलावटखोरों के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही की जाये। इस अवसर पर विधायक श्री दिलीपसिंह गुर्जर, श्री मुरली मोरवाल, जिला पंचायत अध्यक्ष श्री करण कुमारिया, पूर्व विधायक श्री राजेन्द्र भारती, श्री महेश सोनी, श्री कमल पटेल, श्री राजेन्द्र वशिष्ठ, सीएमएचओ डॉ.रजनी डाबर, सीएस डॉ.आरपी परमार आदि उपस्थित थे।
स्वास्थ्य मंत्री श्री सिलावट ने हाई डिपेंडेंसी युनिट का शुभारम्भ किया
   स्वास्थ्य मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट ने आज जिला चिकित्सालय के चरक भवन में प्रसूताओं के लिये एचडीयू (हाई डिपेंडेंसी युनिट) का फीता काटकर शुभारम्भ किया। मंत्री श्री सिलावट ने इसके बाद युनिट का निरीक्षण कर चिकित्सकों एवं अन्य स्वास्थ्य सेवकों को निर्देश दिये कि वे पूर्ण ईमानदारी के साथ अपनी सेवाएं दें। निरीक्षण के दौरान स्वास्थ्य मंत्री ने मशीन द्वारा अपना ‘एसपीओ-2’ चेक किया। चरक भवन में आने वाली माताओं एवं उनके शिशुओं के स्वास्थ्य का विशेष ध्यान देकर उनके साथ अच्छा व्यवहार करें। समय पर स्वास्थ्य के साथ-साथ उनके आहार का भी ध्यान दिया जाये। स्वास्थ्य अमला दीन-दु:खियों के स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखे, यही सरकार की अपेक्षाएं हैं। स्वास्थ्य विभाग में चिकित्सकों एवं अन्य स्वास्थ्य सेवकों की कमी को भी शीघ्र पूरा किया जायेगा। राज्य सरकार स्वास्थ्य के प्रति गंभीर है और स्वास्थ्य पर किसी प्रकार की बजट में कमी नहीं की है। शुभारम्भ अवसर पर विधायक श्री महेश परमार, श्री रामलाल मालवीय, श्री मुरली मोरवाल, श्री दिलीपसिंह गुर्जर, जिला पंचायत अध्यक्ष श्री करण कुमारिया, पूर्व विधायक श्री राजेन्द्र भारती, श्री महेश सोनी, श्री कमल पटेल, स्वास्थ्य विभाग की संयुक्त संचालक डॉ.लक्ष्मी बघेल, सीएमएचओ डॉ.रजनी डाबर, सीएस डॉ.आरपी परमार, आरएमओ डॉ.जीएस धवन, डॉ.अभिषेक जीनवाल आदि उपस्थित थे।
   स्वास्थ्य मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट ने पाटपाला निवासी श्रीमती डालीबाई, अंबोदिया निवासी श्रीमती शिवानी, ताजपुर निवासी श्रीमती निशा, उज्जैन निवासी श्रीमती उषाबाई, फतेहाबाद के पास ग्राम धरमाट निवासी श्रीमती अरबिना, विजयागंज मंडी के पास ग्राम भाणोली निवासी श्रीमती सुनीता आदि प्रसूताओं व उनके परिजनों से स्वास्थ्य सेवाओं एवं भोजन, नाश्ते आदि के बारे में जानकारी प्राप्त की। इस अवसर पर स्वास्थ्य मंत्री ने चिकित्सकों को निर्देश दिये कि प्रसूता माताओं एवं उनके शिशु के स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखा जाये। साथ ही इनके परिजनों के साथ अच्छा व्यवहार किया जाये।
   उल्लेखनीय है कि हाई डिपेंडेंसी युनिट (एचडीयू) हेतु दो चिकित्सक, 10 स्टाफ नर्स को ट्रेनिंग दी गई है। इस युनिट में 10 बिस्तर हैं। युनिट में ऐसी गंभीर स्थिति वाली गर्भवती/प्रसूताओं को रखा जायेगा, जिनके स्वास्थ्य के प्रति खतरे की गंभीरतापूर्वक मॉनीटरिंग की जायेगी, जिससे मातृ एवं शिशु मृत्यु दर कम हो सकेगी।

Leave a reply