top header advertisement
Home - उज्जैन << साध्वियां मंदिरों की पवित्रता एवं मर्यादा का पालन करें

साध्वियां मंदिरों की पवित्रता एवं मर्यादा का पालन करें



उज्जैन। साधु संत एवं साध्वियां सनातन धर्म का अंग हैं, सनातन धर्म में मंदिरों एवं उनकी परंपराओं का अपना स्थान है। साधु संत या साध्वियां भी उसी के अंतर्गत आते हैं तथा धर्मस्थलों की परंपराओं का सम्मान करना उनका कर्तव्य है जो परंपरा तोड़ते हैं वह साधु साध्वियां नहीं हो सकते। शिव के गण भी शिव परंपरा की मर्यादा रखते हैं उसका पालन करते हैं। चाहे वह कैलाश पर्वत की परंपरा ही क्यों न हो। 
इस आशय की प्रेस विज्ञप्ति महाकालेश्वर भस्मारती भक्त मंडल की महिला इकाई की सचिव दिव्या भदौरिया ने देते हुए भस्मारती एवं गर्भगृह प्रवेश बंद के दौरान ड्रेस कोड का पालन साधु एवं साध्वियां नहीं करते इससे मंदिर की परंपरा भंग हो रही है। साध्वियों को साधु होने का अहंकार नहीं करना चाहिये तथा मर्यादा का पालन करना चाहिये जिसमें सनातन धर्म के मानने वाले भी उसका पालन कर सके। महिला इकाई ने साध्वियों के इस कृत्य की निंदा करते हुए मंदिर समिति एवं शासन से आग्रह किया है कि सभी व्यक्तियों से नियमों का पालन कठोरता से करवाया जाए तभी परंपरा पवित्रता सुरक्षित होगी। 

Leave a reply