श्रावण मास में निःशुल्क वितरित करेंगे बाबा महाकाल के चित्र
मादुस्कर मित्र मंडल ने बाबा महाकाल के श्रीचरणों में समर्पित की पहली तस्वीर-25वें वर्ष के उपलक्ष्य में चित्र के चांदी से निर्मित महाकाल के चित्र भी भेंट करेंगे
उज्जैन। सर्वे भवंतु सुखिनः की भावना से पूरे श्रावण मास में बाबा महाकाल के चित्र मुद्रित स्टिकर, कैलेंडर, फोटोफ्रेम का निःशुल्क वितरण मादुस्कर मित्र मंडल द्वारा किया जाएगा। जिसका शुभारंभ बाबा महाकाल के श्रीचरणों में प्रथम तस्वीर भेंट कर किया गया। मादुस्कर मित्र मंडल द्वारा उक्त सेवा के 25वां वर्ष होने के उपलक्ष्य में श्रद्धालुओं को रजत (चांदी) निर्मित भगवान महाकाल के चित्र भी भेंट किये जावेंगे।
मण्डल के प्रवक्ता सागर गुप्ता ने बताया कि प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी पं. प्रदीप गुरु के आचार्यत्व में बाबा महाकाल की तस्वीर का विमोचन किया गया। इस अवसर पर संस्था के संस्थापक प्रवीण मादुस्कर, पं. मोनी बाबा डमरूवाले, संजय दिवटे आदि विशेष रूप से उपस्थित रहे। बाबा महाकाल को तस्वीर भेंट करने के उपरांत मंदिर परिसर से ही वितरण का शुभारम्भ किया गया। प्रवीण मादुस्कर के अनुसार 25 वर्ष पूर्व महाकाल की सवारी के दौरान कईं घरों के प्रवेश द्वार पर जय माता दी अथवा ओम नमः शिवाय लिखा देखकर मन में प्रेरणा जागृत हुई कि महाकाल की नगरी में हर घर में ओम जय महाकाल मन्त्र चस्पा हो। आरंभ में 500 रुपये की राशि से ओम जय महाकाल अंकित पट्टी (स्टिकर) बनवाकर सवारी के दौरान श्रद्धालुओ को भेंट किये। श्रद्धालुओं के आकर्षण व उनसे मिले प्रोत्साहन से यह सेवा बड़े पैमाने पर आरम्भ की गई। फिर बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं को उनके घर बैठे नित्य बाबा महाकाल के दर्शन हो व दर्शनकर्ता का राजाधिराज कल्याण करें इसी भावना के साथ राजाधिराज के चित्र मुद्रित स्टिकर, कैलेंडर, फोटोफ्रेम वितरण कार्य आरंभ किया जो अनवरत जारी है। इस वर्ष भी वितरण से पूर्व भगवान महाकाल के श्री चरणों में प्रथम चित्र का पूजनकर विश्वमंगल की कामना के साथ वितरण कार्य का आरम्भ मंदिर परिसर से किया गया। इसके बाद पूर्ण श्रावण माह प्रत्येक सोमवार सवारी में व बाकी दिनों में शहर व गांव में घूम घूम कर महाकाल महाराज के चित्र वितरण करेंगे। इस हेतू कोई दान या चन्दा स्वीकार नही किया जाता।
अपनी आय का एक हिस्सा महाकाल के नाम
संस्था के संस्थापक प्रवीण मादुस्कर वर्षभर अपने परिवार की आय से होने वाली बचत का एक निश्चित प्रतिशत हर माह इस पुनीत कार्य हेतू पृथक जमा करते हैं। विदेशों में निवासरत परिचित भी प्रत्येक वर्ष आग्रह पूर्वक फ़ोटो, स्टिकर भेजने हेतू कहते हैं जिसे निःशुल्क निजी व्यय से मण्डल द्वारा प्रतिवर्ष भेजा जाता है। 25 वर्षो में आज तक कोई भी चित्र की पुनरावृत्ति नही की गई।