हार्ट अटैक महामारी, व्यायाम इसकी दवा
जामा मस्जिद में जुम्मे की नमाज के बाद पहली बार हुआ हार्ट की बीमारी पर व्याख्यान-इंदौर के हार्ट स्पेशलिस्ट डॉ. अली ने बचने की तीन सूत्र बताए-व्यायाम करें, बाहर का खाना बंद कर दें, धूम्रपान से बचें
उज्जैन। ब्लडप्रेशर, कोलेस्ट्रोल, शुगर के कारण हो रही मौतें महामारी के रूप में सामने आ रही हैं, इनसे सिर्फ अपनी दिनचर्या नियमित करके ही लड़ा जा सकता है। व्यायाम को जीवन में शामिल करें, 70 साल के बुजुर्ग हैं तो भी एक्सरसाईज करें, 40 के उपर हैं तो वर्जिश डॉक्टर की सलाह लेकर करें। बाहर का खाना बंद करें, तम्बाकू, सिगरेट, धूम्रपान, नशे से दूर रहें, तनाव मुक्त जीवन जीयें, 8 घंटे की नींद लें।
उक्त बात इंदौर से आये हार्ट स्पेशलिस्ट एवं कार्डियक सर्जन डॉ. मोहम्मद अली (एमसीएच मुम्बई) ने जामा मस्जिद में जुम्मे की नमाज के बाद कही। जामा मस्जिद के इमाम मौलाना नजीर ने बताया कि हार्ट की बढ़ रही बीमारी को देखते हुए समाजजनों को सेहत के प्रति जागरूक करने के लिए मजलिसे इत्तेहादे उम्मद द्वारा पहली बार जामा मस्जिद में जुम्मे की विशेष नमाज के बाद सेहत पर व्याख्यान का आयोजन किया गया। इस दौरान हाफिज अय्यूब, आबिद अली मीर, मस्जिद कमेटी सदर सारिक अनवर आदि मौजूद थे। डॉ. मोहम्मद अली ने नमाज के बाद संबोधित करते हुए कहा कि बीमारी पालना सस्ता और इसका इलाज महंगा हो गया है, ब्लड प्रेशर, कोलेस्ट्रोल, शुगर को नॉर्मल रखे तो बीमारी बढ़ने से रोक सकते हैं। व्यायाम करते हैं तो कोलेस्ट्रोल, ब्लड प्रेशर नॉर्मल होता है। एक्सरसाईज से बीमारी नहीं होती, यदि है तो बढ़ेगी नहीं, हो सकता है कि खत्म भी हो जाए। तोंद कम करने के लिए लोग लाखों रूपये खर्च कर ऑपरेशन के जरिये पेट की चर्बी निकलवा रहे हैं। व्यायाम और डाईट पर कंट्रोल कर इससे बचा जा सकता है। तम्बाकू, सिगरेट, धूम्रपान से बुरी कोई चीज नहीं हार्ट और कैंसर के लिए।
सर्जरी के बाद भी व्यायाम जरूरी
डॉ. मोहम्मद अली ने कहा कि सर्जरी केवल ट्रीटमेंट का हिस्सा है, बीमारी जड़ से खत्म नहीं होगी। बायपास के बाद आदमी आधा रह जाता है, यह सब गलतफहमी है। एक महीने बाद ही वे सब कर सकते हैं जो पहले कर सकते हैं। फिजिकल एक्टिविटी बढ़ाएं क्योंकि बायपास में जो नसें उपयोग करते हैं वो प्रकृति ने उसके लिए नहीं बनाई उससे तो हम दूसरा काम करवा रहे हैं, बायपास के बाद भी आपको दवाई के बाद व्यायाम को महत्व देना होगा।
डॉ. अली ने कहा कि बच्चों में भी मोटापा बढ़ रहा है, बच्चों को बाहर का खाना न खिलायें। दस बारह साल के बच्चे को मोटापा है तो 20-21 साल में उसे डायबीटीज हो सकती है हो सकता है उसका ब्लड प्रेशर, कोलेस्ट्रोल भी बढ़ जाए। अभी सुनते हैं कि 25 साल के लड़के को हार्ट अटैक आ गया तो यह एक दिन में अचानक नहीं हुआ, हो सकता है उसकी लाईफ स्टाईल गड़बड़ हो, उसके जींस में प्रॉब्लम हो। पहले 40 साल के युवक को भी अटैक आ जाए तो ताज्जुब होता था, लेकिन अब 20-21 साल में अटैक आ रहा है। हो सकता है कि 10 साल बाद और उम्र कम हो जाए। इसलिए बच्चों को हेल्दी लाईफस्टाईल की आदत डालो उन्हें मोबाईल से खेलने की बजाए बहार जाकर बेडमिंटन खेलने के लिए प्रेरित करें। बच्चों को बाहर का खिलाना बंद करवा दो।