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राजस्व प्रकरणों के निराकरण का प्रतिशत बढ़ाने के निर्देश, कलेक्टर ने राजस्व अधिकारियों की बैठक ली



उज्जैन | कलेक्टर श्री शशांक मिश्र ने जिले के सभी राजस्व अधिकारियों को निर्देशित किया है कि वे आरसीएमएस (रेवेन्यू केसेस मॉनीटरिंग साफ्टवेयर) में सभी राजस्व प्रकरणों को दर्ज करते हुए उनके निराकरण का प्रतिशत 70 से ऊपर लेकर जायें। वर्तमान में कई राजस्व न्यायालयों में 30 से 45 प्रतिशत तक का ही निराकरण दर्ज हो रहा है। इसी तरह उन्होंने सभी एसडीएम को अपने-अपने प्रभार के क्षेत्र में तहसीलदार न्यायालयों पर नजर रखने के निर्देश दिये हैं। बैठक में अपर कलेक्टर श्री जीएस डाबर, जिले के सभी अनुविभागीय अधिकारी राजस्व, तहसीलदार एवं नायब तहसीलदार मौजूद थे।

अतिक्रमण की शिकायतों पर कार्यवाही तहसीलदार ही करेंगे
    कलेक्टर ने जिले के सभी तहसीलदारों को हिदायत दी है कि मुख्यमंत्री हेल्पलाइन पर आने वाली अतिक्रमण की शिकायतों का निराकरण स्वयं प्रकरण दर्ज करेंगे। उक्त शिकायतों को वे ग्राम पंचायतों एवं अन्य एजेन्सियों पर नहीं डालेंगे। उन्होंने बड़नगर, महिदपुर एवं नागदा की 181 की शिकायतों पर इस तरह की कार्यवाही की जाने पर सख्त नाराजगी व्यक्त की। कलेक्टर ने कहा राजस्व विभाग की शिकायतों के समय पर निराकरण नहीं होने के कारण उज्जैन जिला पिछड़ रहा है। इसकी समस्त जिम्मेदारी राजस्व अधिकारियों की है। उन्होंने बताया कि उज्जैन जिले में 100 से अधिक ऐसी शिकायतों हैं जो 100 दिन पुरानी है और इनका निराकरण अभी तक लम्बित है।

प्राकृतिक प्रकोप के प्रकरणों का निराकरण समय पर नहीं करने पर कार्यवाही होगी
    कलेक्टर ने प्राकृतिक प्रकोप के प्रकरणों की भी समीक्षा की तथा सभी तहसीलदारों को निर्देशित किया कि प्राकृतिक आपदा की राहत राशि सम्बन्धित को समय पर मिल जाना चाहिये। ऐसे प्रकरणों को लम्बित रखने पर सम्बन्धित तहसीलदार के विरूद्ध कार्यवाही की जायेगी। कलेक्टर ने स्पष्ट किया कि यदि कोई प्रकरण छह माह से अधिक का लम्बित हुआ तो वह लापरवाही मानी जायेगी।

कम से कम टाईम पर आफिस तो खोलो
    कलेक्टर ने विभिन्न राजस्व न्यायालयों का आकस्मिक निरीक्षण विगत दिनों किया एवं पाया कि कई तहसीलदार एवं नायब तहसीलदार के कार्यालय 12-12 बजे तक नहीं खुलते हैं। कलेक्टर ने इस पर सख्त नाराजगी व्यक्त की कि यदि कलेक्टर सुबह 8.30 बजे से मीटिंग ले सकता है तो अधीनस्थ राजस्व अधिकारी समय पर कार्यालय क्यों नहीं पहुंच रहे हैं। उन्होंने बताया कि पानबिहार, नागदा एवं उज्जैन कोठी पर भी समय पर कार्यालय नहीं खुलने की सूचना प्राप्त हुई है। कलेक्टर ने स्पष्ट हिदायत देते हुए कहा कि सभी राजस्व अधिकारी यह ध्यान रखें कि समय पर कार्यालय पहुंचे एवं आवश्यकता पड़ने पर देर तक कार्य करें। उन्होंने राजस्व अधिकारियों को चेताया कि वे अपडाऊन करने की प्रवृत्ति से बचें एवं मुख्यालय पर रहकर कार्य सुनिश्चित करें। कलेक्टर ने बैठक में सीमांकन, बंटवारा, अविवादित नामांतरण आदि कार्यों की समीक्षा की एवं उक्त सभी प्रकरणों को आरसीएमएस साफ्टवेयर में दर्ज करने के निर्देश दिये।  

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