सरकार के कार्पोरेट आउटसोर्सिंग एवं निजीकरण के निर्णय के विरोध में मनाया विरोध दिवस
उज्जैन। नेशनल फेडरेशन ऑफ इंडियन रेलवे के आव्हान पर वेस्टर्न रेलवे मजदूर संघ के द्वारा पश्चिम रेलवे के समस्त 6 मंडलों पर 10 जुलाई से रेल विरोध दिवस मनाया जा रहा है जो 13 जुलाई तक चलेगा। इसी के अंतर्गत उज्जैन स्टेशन पर सरकार की नीतियों के विरोध में धरना एवं प्रदर्शन किया गया। सरकार द्वारा मेल, एक्सप्रेस, पैसेंजर गाड़ियों को प्राईवेट पार्टी को देने, रेलवे कॉलोनियों को बेचने, नई पेंशन योजना बंद न करने के खिलाफ धरना एवं रैली निकालकर विरोध प्रदर्शन किया गया।
वे.रे.म.स. शाखा सचिव बीएल सूर्यवंशी ने कहा कि सरकार द्वारा रेलवे कॉलोनियों को बेचा जा रहा है जिससे जो कर्मचारी रेलवे आवासों में रहते हैं उनका क्या होगा। सरकार द्वारा रेल गाड़ियों का संचालन प्राईवेट पार्टियों को दिया जा रहा है वह किस प्रकार से गाड़ियों का संचालन करेंगे इस पर भी प्रश्न चिन्ह खड़ा होता है एवं रेलवे कारखानों का निगमीकरण करने पर उनमें कार्यरत कर्मचारियों का भविष्य क्या होगा यह भी सरकार द्वारा स्पष्ट नहीं किया गया है। इन सब कारणों के विरोध में ही उज्जैन स्टेशन पर रैली निकालकर विरोध प्रदर्शन किया गया है और भविष्य में भूख हड़ताल एवं अन्य आंदोलनों पर भी विचार किया जाएगा। उज्जैन स्टेशन पर धरना एवं प्रदर्शन में बीएल सूर्यवंशी, एस.के. यादव, बसंत भार्गव, एनपी शर्मा, नरेन्द्र सहगल, रमेश प्रसाद एम, बसंत मीणा, हेमंत पाल, ओ.पी. चाहर, जितेन्द्र डांगी, किशोरसिंह, आरसी शर्मा, पंकज साहू, डीएस फारूकी, राघवेन्द्र सिंह, दिग्विजयसिंह, विनोद यादव सहित सैकड़ों रेल कर्मचारी शामिल थे।